बोर्ड के एक सीनियर अधिकारी ने कहा, आईसीसी, बीसीसीआई और नाडा के बीच त्रिपक्षीय करार होगा जिसके तहत रजिस्टर्ड पूल में शामिल खिलाड़ियों के नमूने राष्ट्रीय डोप टेस्ट प्रयोगशाला में नाडा के मार्फत जाएंगे। इससे पहले स्वीडन की आईडीटीएम नमूने एकत्र करती थी। हम अगर संतुष्ट नहीं हुए तो करार का नवीनीकरण नहीं होगा।
बोर्ड ने अभी तक नाडा को अपने रूख से अवगत नहीं कराया है। नाडा के महानिदेशक नवीन अग्रवाल ने कहा, मैं तभी टिप्पणी करूंगा जब कोई लिखित पुष्टि मिलेगी। मैने अभी आधिकारिक सूचना नहीं दी है। बैठक में भविष्य के वैश्विक टूर्नामेंटों में कर छूट के संबंध में भी बात हुई और बीसीसीआई ने मनोहर को अपनी भुगतान योजना से अवगत कराया।
अधिकारी ने कहा, हमने कहा कि नाडा के डोप नियंत्रण अधिकारियों पर हमारा भरोसा नहीं है। नाडा डीसीओ द्वारा नमूने को सही ढंग से एकत्र नहीं करने के काफी उदाहरण मिले हैं। हम यहां विराट कोहली और महेंद्र सिंह धोनी जैसे भारतीय खेलों के सबसे बड़े नामों की बात कर रहे हैं। हम उन पर आंख मूंदकर भरोसा नहीं कर सकते।