न्यायमूर्ति अशोक भूषण और न्यायमूर्ति केएम जोसेफ की पीठ ने कहा कि बीसीसीआई की अनुशासनात्मक समिति श्रीसंत को दी जाने वाली सजा की अवधि पर 3 महीने के भीतर पुनर्विचार कर सकती है। श्रीसंत के साथ मुंबई के स्पिनर अंकित चव्हाण और हरियाणा के अजीत चंदिला को 2013 में बीसीसीआई की अनुशासनात्मक समिति ने आजीवन प्रतिबंधित कर दिया था जिसके बाद श्रीसंत ने इस फैसले को अदालत में चुनौती दी थी।
उच्चतम न्यायालय द्वारा शुक्रवार को पक्ष में आए फैसले के बाद श्रीसंत ने राहत की सांस ली और कहा कि मैं नहीं जानता कि इतने वर्षों बाद जिंदगी में आगे क्या होगा? 6 साल हो चुके हैं और मैंने क्रिकेट नहीं खेला है, जो मेरी जिंदगी थी।