इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने पिछले साल लॉर्ड्स में एशेज टेस्ट के बाद से ओवर रेट शीट पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं क्योंकि वह इसके आंकलन के बारे में अपनी चिंताओं को लेकर आईसीसी (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) के साथ बातचीत करने का इंतजार कर रहे हैं।
इस मामले पर स्टोक्स की हालिया टिप्पणी तब आई जब क्राइस्टचर्च में पहले टेस्ट के दौरान धीमी ओवर गति बनाए रखने के लिए इंग्लैंड और न्यूजीलैंड दोनों पर विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की तालिका में तीन-तीन अंक का जुर्माना लगाया गया।
ईएसपीएनक्रिकइंफो के हवाले से स्टोक्स ने ओवर गति के जुर्माने पर कहा, दोनों टीमों के दृष्टिकोण से सबसे निराशाजनक बात यह है कि यह मैच समय से पहले खत्म हुआ और इसका स्पष्ट परिणाम भी निकला। मुझे हालांकि लगता है कि निराशा वास्तव में पिछले साल एशेज में हुई थी, जब मैंने पहली बार मैच रेफरी और अंपायरों के सामने इस मुद्दे को उठाया था।
Ben Stokes said, "I've not signed an over rate sheet since Lord's Ashes Test just until we hear some communication back from the ICC that we're still waiting for. I've said 'no' to sign that until I've the conversations. They still fines off you anyway". pic.twitter.com/LwnM6vLmTU
इस हरफनमौला ने कहा, मुझे लगता है कि सबसे निराशाजनक बात यह है कि यह हमेशा एक मुद्दा होता है जो इस बात पर निर्भर करता है कि आप दुनिया में कहां हैं और क्रिकेट की शैली क्या है। एशिया में ओवर-रेट कभी भी समस्या नहीं होती है क्योंकि वहां स्पिन गेंदबाजी ज्यादा होती है।
स्टोक्स ने आईसीसी द्वारा जुर्माना लगाए जाने वाले सोशल मीडिया पोस्ट पर व्यंग्यात्मक इमोजी पोस्ट की थी।
उन्होंने कहा, आपको कई रणनीतिक फैसले लेने होते हैं, चाहे वह गेंदबाज से बात करना हो या क्षेत्ररक्षण में बदलाव करना हो।
स्टोक्स ने पिछले साल एशेज टेस्ट के बाद से ओवर रेट शीट पर हस्ताक्षर नहीं किया है। उन्होंने अपने इस फैसले का बचाव करते हुए कहा, एक कप्तान के तौर पर, मैं चीजों को काफी बदलना पसंद करता हूं और एक ओवर में छह गेंदों पर क्षेत्ररक्षण पूरी तरह से अलग हो सकती है। इन चीजों पर हालांकि ध्यान नहीं दिया जाता है। जल्दी करो कहने से इस समस्या का हल नहीं होगा, हम कहां खेल रहे हैं इस पर ध्यान देना होगा।
उन्होंने कहा, इस मामले में मैंने दो मौकों पर मैच रेफरी से बात की है और दोनों बार उन्होंने चीजों को खिलाड़ियों के नजरिये से समझ कर अच्छे से निपटारा किया।
उन्होंने कहा, मैंने लगभग एक साल पहले ओवर रेट पर अपने विचार साझा किये थे। मेरे विचार में आज भी कोई बदलाव नहीं आया है। इस मामले पर मुझे आईसीसी से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है। (भाषा)