ब्रिसबेन टेस्ट में भारत के लिए दूसरे दिन के पांच चैलेंज

बुधवार, 17 दिसंबर 2014 (16:40 IST)
- वेबदुनिया डेस्क

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ब्रिसबेन टेस्ट के पहले दिन भारतीय बल्लेबाजों ने ऑस्ट्रेलिया के तेज़ गेंदबाज़ी आक्रामण को हावी नहीं होने दिया।  पहले दिन मुरली विजय के शतक और अजिंक्य रहाणे की बेहतरीन पारी के दम पर भारत मजबूत स्थिति में है, लेकिन दूसरे दिन का खेल बहुत महत्वपूर्ण है। आइए देखते हैं ब्रिसबेन में भारत के लिए दूसरे दिन कौन सी चुनौतियां हैं।

1. 311/4 ऐसा स्कोर है, जिसे मजबूत तो कहा जा सकता है, लेकिन जरूरत है इस मजबूती को अपने मुकाम पर पहुंचाने की। रहाणे और रोहित शर्मा क्रीज़ पर हैं और उनसे उम्मीद है कि वे खेल के दूसरे दिन की शुरुआत में ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को हावी नहीं होने देंगे।

2. ऑस्ट्रेलिया ने पहले दिन का खेल खत्म होने से ठीक पहले नई गेंद ली है और दूसरे दिन के खेल की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया के तेज़ गेंदबाज़ भारतीय गेंदबाजों पर दबाव बनाने की कोशिश करेंगे, जिसे रहाणे और रोहित को निपटना होगा।
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3. रहाणे 75 रनों पर नाबाद हैं, उनसे यहां एक बड़ी पारी की उम्मीद है। रहाणे के लिए चुनौती यह है कि खेल के दूसरे दिन फिर उन्हें अपनी पारी आगे बढ़ानी है और नई गेंद के साथ ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का सामना करना है।


4. रोहित शर्मा 26 रनों पर नाबाद हैं और अच्छे टच में लग रहे हैं। हालांकि जब वे खेलने आए थे तो उन्हें पुरानी गेंद का सामना करना था, लेकिन खेल के दूसरे दिन नया दिन, नई गेंद सामने होगी। रोहित को यह चुनौती स्वीकार करनी होगी।

5. भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को टेस्ट कप्तान के रूप में सवालियां नजरों से देखा जाता है। धोनी यहां एक अच्छी पारी खेलकर अपनी टीम को उस मुकाम तक पहुंचा सकते हैं, जहां से वह जीत के बारे में सोच पाए। फिलहाल टीम इंडिया सीरीज़ में 0-1 पिछड़ रही है। अगर धोनी ब्रिसबेन में टीम को जीत दिला देते हैं तो बतौर टेस्ट कप्तान उनका करियर लंबा हो सकता है। धोनी को ब्रिसबेन में यह चैलेंज लेना होगा।

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