इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन कोलिन ग्रेव्स ने हाल में यह कहकर बहस शुरू कर दी थी कि युवा अब क्रिकेट की तरफ आकर्षित नहीं हो रहे हैं। ऐसा लग रहा था कि वह इंग्लैंड में 2020 तक 100 गेंद के प्रारूप को लागू करने के प्रस्ताव को सही ठहराना चाहते थे। लेकिन कई क्रिकेट प्रेमियों ने ग्रेव्स की आलोचना की थी कि उन्हें अपने खेल पर ही भरोसा नहीं है।
रिचर्डसन ने इस आलोचना में शामिल होने के लिए बेहद कूटनीतिक तरीका अपनाया। लंदन में विश्व कप 2019 के शुरू होने से एक साल पहले आयोजित कार्यक्रम में जब रिचर्डसन से ग्रेव्स की टिप्पणी के बारे में पूछा गया, उन्होंने कहा, यह बहुत हद तक इंग्लैंड का नजरिया है। वैश्विक स्तर पर हम देख रहे हैं कि अन्य खेलों की तुलना में हमारे खेल के प्रशंसकों की औसत उम्र यहां तक कि फुटबॉल और रग्बी के प्रशंसकों से भी कम है।
इस बीच रिचर्डसन ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम पहले ही टेस्ट, एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय और टी-20 के कारण व्यस्त है और इसमें 100 गेंद के खेल को शामिल करने की कोई जल्दबाजी नहीं है। उन्होंने कहा, हमारी रणनीति स्पष्ट है कि हमारे पास एक खेल के तीन प्रारूप हैं और उनके बीच ही सामंजस्य बिठाना चुनौतीपूर्ण है। (वार्ता)