गांगुली ने ईडन गार्डंस में कहा, यह देखना बाकी है कि इसे लागू किया जाता है या नहीं। निजी तौर पर मैं टॉस हटाने के पक्ष में नहीं हूं। सिक्के से टॉस करने की परंपरा 1877 में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए पहले टेस्ट मैच से चली आ रही है।
हाल के दिनों में हालांकि इसकी आलोचना हुई है, क्योंकि टॉस जीतने पर घरेलू टीम को काफी फायदा होते देखा गया है। गांगुली ने कहा, अगर घरेलू टीम टॉस हार जाती है तो उसे फायदा नहीं मिलता है। (भाषा)