लक्ष्य का पीछा करते हुए मलान के पास अपना दूसरा टी-20 शतक पूरा करने का मौका था लेकिन कुछ गलतफहमी के चलते उनके हाथ से यह मौका निकल गया। मलान 18वें ओवर की तीसरी गेंद पर चौका लगाकर 98 रन पर पहुंच गए और दोनों टीमों का स्कोर भी बराबर हो गया। मलान को शतक पूरा करने के लिए चौका लगाना था लेकिन वह अगली गेंद पर सिंगल के लिए दौड़ पड़े और 99 रन पर नाबाद रह गए।
मैच के बाद मलान ने कहा, ईमानदारी से कहूं तो मुझे शतक के बारे में पता होना चाहिए था लेकिन कुछ भी हो मैं सिंगल के लिए जरूर दौड़ता। शायद अब मुझे मैथ्स क्लास में लौटना होगा। उन्होंने कहा कि उन्हें लगा था कि मैच जीतने के लिए पांच रन चाहिए थे लेकिन वह एक रन इसलिए भागे क्योंकि उन्हें पता नहीं था कि अगर वह एक रन नहीं लेंगे तो क्या होगा।
मलान हालांकि शतक नहीं जड़ सके लेकिन टीम की जीत में अहम भूमिका निभा गए। उन्होंने कहा, मेरे पास लय थी और जोस बटलर ने पारी की इतनी तेज शुरुआत नहीं की जितनी वह आमतौर पर करते हैं। मुझे पता है कि मेरे पास ताकत है और उसका इस्तेमाल सही समय पर करना है।(वार्ता)