डेब्यू में दीपक हुड्डा ने दिखाए हाथ और दे दिया चयनकर्ताओं को सिर दर्द

सोमवार, 7 फ़रवरी 2022 (18:26 IST)
दीपक हुड्डा को वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले वनडे में विराट कोहली से वनडे कैप मिली और उन्हें टीम इंडिया के 1000वें वनडे में डेब्यू करने का मौका मिला। आईपीएल और प्रथम श्रेणी क्रिकेट में कमाल दिखा चुके दीपक हुड्डा ने कल बहुत बड़ी पारी तो नहीं खेली लेकिन अहम पारी खेलकर टीम इंडिया को जीत तक पहुंचाया।

एक समय भारत के चार विकेट 116 रन पर गिर गए थे जिसके बाद पदार्पण मैच खेल रहे दीपक हुड्डा ने सूर्यकुमार  के साथ पांचवें विकेट के लिए 72 रन की अविजित साझेदारी कर भारत को 28 ओवर में जीत दिला दी। हुड्डा ने 32 गेंदो में 2 चौकों की मदद से 26 रन बनाए।

दीपक हुड्डा ने वह काम करके दिखा दिया जो चयनकर्ता उनसे चाह रहे थे। गौरतलब है कि दक्षिण अफ्रीका में मध्यक्रम का लचर प्रदर्शन था और इसके कारण ही दीपक हुड्डा को टीम में शामिल किया गया था।

Truly honoured and blessed on getting the opportunity to represent my country
A very special and dream come true moment for me to receive the cap from @imVkohli bhaiya.
Thank you to each and everyone involved in this wonderful journey!! pic.twitter.com/7bTTbPAWLa

— Deepak Hooda (@HoodaOnFire) February 6, 2022
चयनकर्ताओं को मिल गया सिरदर्द

पहले वनडे में बाहर रहे टीम इंडिया के उपकप्तान केएल राहुल दूसरे वनडे में शामिल हो जाएंगे। वह अपनी बहन की शादी के कारण पहले वनडे में शामिल नहीं हो पाए थे।

अब सवाल यह है कि भारतीय अंतिम ग्यारह में से कौन निकलेगा। दो ही नाम सामने दिख रहे हैं। या तो यह दीपक हुड्डा होंगे या फिर ईशान किशन, क्योंकि सूर्युकमार और कोहली तो भारतीय टीम से बाहर निकलने से रहे।

ईशान किशन ने भी रोहित के साथ पहले विकेट के लिए 84 रनों की साझेदारी की।36 गेंदो में ईशान ने 2 चौके और 1 छक्के के साथ 28 रन बनाए। अब यह देखना होगा कि चयनकर्ता राहुल को जगह देने के लिए इनमें से किस खिलाड़ी को बाहर बैठाते हैं।

या फिर ऐसा भी हो सकता है कि राहुल को मौका ही ना दिया जाए। वैसे भी केएल राहुल का फॉर्म उनके साथ नहीं है।दक्षिण अफ्रीका दौरे पर वनडे सीरीज में वह सिर्फ 1 अर्धशतक बना पाए थे लेकिन राहुल को रोहित ना खिलाए इसकी संभावना काफी कम है।

क्रुणाल पांड्या ने की थी बेइज्जती

हुड्डा के लिये पिछले 12 महीने उतार चढ़ाव वाले रहे लेकिन उन्होंने अपने करियर के बुरे दौर से उबरने के लिये गजब की मानसिक मजबूती दिखायी। क्रुणाल के साथ बहस के बाद बड़ौदा टीम के होटल से बाहर निकलने के छह महीने बाद हुड्डा 2021-22 सत्र से पहले एक पेशेवर के तौर पर राजस्थान से जुड़े।

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प्रथम श्रेणी टूर्नामेंट में बरोड़ा की टीम के लिए खेलने वाले दीपक हुड्डा को बेइज्जती झेलनी पड़ी थी। कप्तान क्रुणाल पांड्या से हुई बहस के कारण उनको पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया था। गौरतलब है कि साल के शुरुआत में हुई सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के दौरान दीपक हुड्डा और बरोड़ा के कप्तान क्रुणाल पांड्या में बहस बहुत बढ़ गई थी जिसके बाद वह टीम के बायो सेक्योर बबल से बाहर चले गए थे। इसके चलते उनको बरोड़ा क्रिकेट असोसिएशन ने पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया था। 
 
इस पर हुड्डा ने कहा था कि पांड्या ने उनको बरोड़ा के टीम के खिलाड़ियों के सामने गाली गलौच की थी और यह भी कहा था कि उनको कभी भी बरोड़ा की टीम में वापस नहीं खेलने देंगे।

सैयद मुश्ताक अली ट्राफी में चमके हुड्डा

हुड्डा सैयद मुश्ताक अली ट्राफी में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों में दूसरे स्थान पर थे। यह राजस्थान की तरफ से उनका पहला टूर्नामेंट था जिसके बाद विजय हजारे ट्राफी के लिये उन्हें कप्तान बनाया गया जहां उन्होंने कर्नाटक के खिलाफ शतक जमाया।

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