आमतौर पर संग्रहालयों में रखी गई मूर्तियों एवं कलाकृतियों को दूर से ही देखने की अनुमति होती है, लेकिन मैडम तुसाद संग्रहालय की अपनी एक अलग नीति है जिसके तहत वह चाहते हैं कि प्रशंसक अपने हीरो को नज़दीक से देख सकें, उसके साथ फोटो खिंचवा सकें और उनके साथ खड़े होने का अहसास ले सकें।
मैडम तुसाद के दिल्ली स्थित संग्रहालय में संभवत: यह इस तरह का पहला हादसा है कि कोई पुतला क्षतिग्रस्त हो गया। विराट के पुतले का जब सुबह अनावरण हुआ तो उस समय सब कुछ ठीकठाक चल रहा था, लेकिन भीड़ बढ़ती गई, चाहने वालों की सेल्फी खिंचवाने की चाहत बढ़ती गई और इसी दौरान यह हादसा हो गया। हालांकि संग्रहालय प्रबंधन ने तुरंत हरकत में आते ही पुतले के क्षतिग्रस्त कान को ठीक करवा लिया। विराट के पुतले को ठीक करवाकर पुन: उनकी जगह लगा दिया गया है।
जैन ने कहा कि उनके बढ़ते प्रशंसकों की संख्या ने उन्हें मैडम तुसाद दिल्ली के लिए एक स्वाभाविक पसंद बना दिया है। हमें विश्वास है कि उनके पुतले से इस संग्रहालय का आकर्षण और बढ़ेगा। विराट के साथ प्रशंसकों के लिये सेल्फी खिंचवाना या तस्वीरें लेना निश्चित ही मुश्किल काम है, लेकिन हमें उम्मीद है कि इस पुतले के साथ प्रशंसक अपने शौक को पूरा कर पाएंगे। (वार्ता)