तेंदुलकर के अलावा आचरेकर ने विनोद कांबली, प्रवीण आमरे, समीर दिघे और बलविंदर सिंह संधू जैसे बड़े नामों को भी कोचिंग दी।
दाएं हाथ के बल्लेबाज वॉटसन ने फरवरी 1955 में सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट पदार्पण किया। इस मैच में वॉटसन ऑस्ट्रेलिया और न्यू साउथ वेल्स के रिची बेनो, नील हार्वे, एलेन डेविडसन और रे लिंडवाल जैसे दिग्गज खिलाड़ियों के साथ खेले।