अहसान को इस पद पर पहले ही निर्विरोध चुने जाने की उम्मीद थी। पीसीबी अध्यक्ष पद के लिए चुनाव में उनके अलावा किसी अन्य उम्मीदवार ने नामांकन ही नहीं भरा और उन्हें बोर्ड ऑफ गवर्नस (बीओजी) के सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से चुन लिया। वह नज़म सेठी की जगह लेंगे जिन्होंने इमरान खान के प्रधानमंत्री बनने के बाद ही गत माह इस्तीफा दे दिया था।
बोर्ड की विशेष बैठक की सेवानिवृत्त चुनाव आयुक्त और अंतरिम अध्यक्ष अफजल हैदर ने की। एहसान ने तुरंत प्रभाव से अपना पदभार संभाल लिया और बीओजी के सदस्यों के साथ बैठक भी की। पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री और पूर्व क्रिकेट कप्तान इमरान ने एहसान को इस पद के लिए नामित किया था जिसके बाद उनका अध्यक्ष बनना केवल औपचारिकता मात्र थी।
एहसान ने 1986 से 1996 के बीच आईसीसी में पीसीबी का प्रतिनिधित्व किया था और 1996 से 2002 के बीच आईसीसी की वित्त एवं विपणन समिति के निदेशक रहे। वह आईसीसी के लिए मीडिया अधिकारों की बोली में बड़े करार कराने में अपनी भूमिका के लिए काफी चर्चित हुए थे। इसके बाद उन्हें 2003 से 2006 के बीच वैश्विक संस्था का अध्यक्ष भी चुना गया। वह मीडिया अधिकारों के करार के लिए विभिन्न क्रिकेट बोर्डो के साथ सलाहकार के तौर पर भी काम कर चुके हैं।