नीदरलैंड के इस पूर्व क्रिकेटर डोएशे ने कहा, यह एक बहुत ही संवेदनशील मुद्दा है। खिलाड़ी जनता की भावनाओं को महसूस करते हैं। हमने टीम की बैठकों में इस पर चर्चा की है। खिलाड़ी यहां क्रिकेट खेलने आए हैं और हम सरकार के निर्देशों का पालन कर रहे हैं।
डोएशे ने कहा, हमारी सोच खेल को राजनीति से अलग रखने की है। मैं भावनाओं को समझता हूं लेकिन हम बीसीसीआई और सरकार के निर्देशों का पालन कर रहे हैं। हमें इसका अंदेशा था और यह निराशाजनक है। मुख्य कोच गौतम गंभीर का संदेश है कि उन चीजों पर ध्यान न दें जो हमारे नियंत्रण में नहीं हैं। उनका संदेश है कि केवल क्रिकेट पर ध्यान दें।
रोचक बात यह है कि गंभीर ने पहले भी इस मुद्दे पर बहुत सख्त रुख अपनाया था। पहलगाम आतंकी हमले के बाद नई दिल्ली में एबीपी के एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा था, मेरा निजी जवाब बिल्कुल नहीं है। जब तक यह सब (सीमा पार आतंकवाद) बंद नहीं होता, भारत और पाकिस्तान के बीच कुछ भी नहीं होना चाहिए। आखिरकार यह सरकार का फैसला है कि हम उनके साथ खेलें या नहीं। कोई भी क्रिकेट मैच, बॉलीवुड फिल्म या कोई भी अन्य बातचीत भारतीय सैनिकों और भारतीय नागरिकों की जान से ज़्यादा महत्वपूर्ण नहीं है।