अपने कॅरियर को संवारने में आचरेकर के योगदान की अक्सर चर्चा करने वाले तेंदुलकर ने ट्वीट किया, ‘गुरु वह होता है जो शिष्य में अज्ञानता के अंधकार को दूर करता है। आभार आचरेकर सर इस तरह के गुरु बनने, मेरा मार्गदर्शन करने और मुझे इस लायक बनाने के लिए। #गुरु पूर्णिमा।’
कांबली ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, ‘आपने मुझे केवल अच्छा क्रिकेटर ही नहीं बनाया, आपने मुझे अच्छा इंसान बनने की भी सीख दी। मुझे आपकी कमी खलती है आचरेकर सर। आप अपनी सीख के जरिये हमेशा मेरे साथ रहेंगे। ‘हैप्पी गुरु पूर्णिमा।’ #गुरु पूर्णिमा।’