INDvsAUS टेस्ट शुरु होने से पहले ही नागपुर की पिच पर मचा बवाल, आधे पर चलाया रोलर और यह हिस्सा छोड़ दिया
बुधवार, 8 फ़रवरी 2023 (17:23 IST)
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ऐताहासिक बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के 4 मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मैच गुरूवार से नागपुर में खेला जाएगा। पिछले कुछ वर्षों में टेस्ट क्रिकेट में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच प्रतिद्वंद्विता दिग्गजों की बात बन गई है।
दोनों ही टीम इस सीरीज को जितने में अपना जी जान लगा देगी। भारतीय टीम यह सीरीज जीत कर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने की कोशिश करेगी वहीँ, विश्व की नंबर वन टेस्ट टीम ऑस्ट्रेलिया भारतीय टीम को उन्ही के देश में हराने के हर एक प्रयत्न करेगी। ऑस्ट्रेलियाई उपकप्तान स्टीव स्मिथ का कहना था कि उनके लिए इस सीरीज में भारत को उन्ही के देश में हराना 'एशेज' में जीतने से भी बड़ा होगा।
भारतीय और ऑस्ट्रेलिया की टीम इस ट्रॉफी को जितने बिलकुल तैयार हैं। इन्ही तैयारियों के बीच सोशल मीडिया पर नागपुर के विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम की 'पिच' की तस्वीरें सामने आई है। यह तस्वीर क्रिकेट जगत के जाने माने पत्रकार, भरत सुंदरेसन ने उनके ट्विटर हैंडल पर पोस्ट करते हुए लिखा 'नागपुर में पिच को दिलचस्प ट्रीटमेंट दी जा रही है। ग्राउंडस्टाफ ने बाएं हाथ के बल्लेबाज के लेग स्टंप के बाहर सतह के पूरे केंद्र और केवल लेंथ वाले क्षेत्रों में पानी डाला है और केवल सेंटर को रोल किया है।'
Interesting treatment of the pitch in Nagpur. The groundstaff watered the entire centre of the surface & only the length areas outside the left-handers leg stump & then rolled only the centre, stopping short every time they got to the good length areas at both ends #IndvAuspic.twitter.com/Myr2ZblqCg
इन तस्वीर को देखने के बाद सोशल मीडिया पर हड़कंप मचा हुआ है। इन तस्वीरों ने ऑस्ट्रेलिआई टीम और उसके पुराने खिलाड़ियों को हैरान कर दिया है। ऑस्ट्रेलिया टीम के पूर्व क्रिकेटरों ने पिच की तीखी आलोचना की है। ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम का मानना है कि यह भारतीय खेमे की ओर से घरेलू परिस्थितियों का फायदा उठाने का प्रयास है। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व खिलाड़ी, साइमन ओ'डॉनेल का कहना है कि भारत को यह फायदा उठाने से रोकने के लिए आईसीसी को हस्तक्षेप करना चाहिए।
उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा 'आईसीसी को इसमें कदम उठाना चाहिए और इसके बारे में कुछ करना चाहिए, अगर उन्हें लगता है कि यह सही नहीं है तो एक्शन लें। जब भारत की बात आती है तो बहुत चर्चाएं तो होती हैं लेकिन होता कुछ भी नहीं है।' टीम इंडिया पर 'पिच-डॉक्टरिंग' और से घरेलू परिस्थितियों का गलत तरीके से फायदा उठाने का आरोप लगाया जा रहा है।
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट विशेषज्ञ रॉबर्ट क्रैडॉक ने कहा, 'जब गाबा की पिच पर बहुत अधिक घास बची थी, तो लोग कह रहे थे, यह एक अच्छा विकेट नहीं था, लेकिन यह सभी के लिए समान होना चाहिए। ऑस्ट्रेलिया के पास टॉप 8 में से 6 लेफ्टे हैंडर्स बल्लेबाज हैं, इसलिए यदि आप डेक में खुदके लाभ के लिए ज्यादा छेड़छाड़ करते हैं तो ये सीधे-सीधे पिच डॉक्टरिंग है, यह खराब है।'
दरअसल फैंस और विशेषज्ञों को यह सीधे सीधे समझ आ रहा है कि पिच का जो हिस्सा सूखा रखा गया है। वह बाएं हाथ के कंगारू बल्लेबाजों के लिए रखा गया है। उस हिस्से में जब गेंद पड़ेगी और पिच टूटेगी तो बाएं हाथ का बल्लेबाज परेशान रहेगा। इस बात से यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है। अब नागपुर की पिच कैसा खेलती है यह तो टेस्ट खत्म होने के बाद ही मालूम चलेगा।
पिच विवाद पर मैकडोनाल्ड ने कहा, ऑस्ट्रेलिया भी उछाल वाली पिच बनाता है
ऑस्ट्रेलिया के कोच एंड्रयू मैकडोनाल्ड ने भारत में छेड़छाड़ वाली पिचों को लेकर चल रही चर्चा को तवज्जो नहीं देते हुए संकेत दिए कि वह चाहते हैं कि उनकी टीम समस्या का समाधान करने वाली बने जो एक स्थान से दूसरे स्थान पर परिस्थितियों में बदलाव से सामंजस्य बैठा सके।
ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने नागपुर में पहले टेस्ट के लिए जिस तरह से पिच तैयार की गई है उसे लेकर हाय तौबा मचाई और कहा कि इसे स्पिनरों की मदद करने और मेहमान टीम के बाएं हाथ के बल्लेबाजों को परेशान करने के लिए तैयार किया गया है।
हालांकि पिछले साल की शुरुआत में जस्टिन लैंगर की जगह मुख्य कोच का पद संभालने वाले मैकडोनाल्ड ने गुरुवार को मैच की शुरुआत से पहले कहा कि वह उस चुनौती से उत्साहित हैं जो उनके सामने है। कप्तान पैट कमिंस का रुख भी कुछ इसी तरह का था।
मैकडॉनाल्ड ने गुरुवार को एसईएन से कहा, हमारा काम उन समस्याओं का समाधान निकालना है जो विकेट प्रस्तुत करता है और यह टेस्ट क्रिकेट के बारे में सबसे बड़ी बात है कि एक देश से दूसरे देश और देश के भीतर एक स्थल से दूसरे स्थल पर परिस्थितियां बदलती हैं।कोच ने कहा कि उनकी टीम का हमेशा से मानना रहा है कि भारतीय पिचें उम्मीद के मुताबिक होंगी इसलिए वे हैरान नहीं थे।
उन्होंने कहा, स्पष्ट रूप से यह सूखा है और ईमानदारी से कहूं तो हम शायद यही उम्मीद कर रहे थे। नागपुर में आकर, संदेश यह था कि यह भारत में सबसे अधिक टर्न लेने वाला विकेट है और बहुत अधिक रिवर्स स्विंग होगी। मुझे लगता है कि यह सब मेल खाता है और हम अपने सामने मौजूद चुनौती को लेकर उत्साहित हैं।
ऑस्ट्रेलियाई टीम में बाएं हाथ के काफी बल्लेबाज हैं और ऐसे में भारतीय स्पिनरों के सूखी पिच का फायदा उठाने की उम्मीद है। मैकडोनाल्ड ने कहा कि उनके पास इस समस्या का हल निकालने वाले खिलाड़ी हैं।
उन्होंने कहा, हाँ, इसमें कोई संदेह नहीं है कि हमारे पास बाएं हाथ के अधिक बल्लेबाज हैं। विकेट एक तरफ सूखा है और दूसरी तरफ थोड़ी अधिक नमी है। यह कुछ समस्याएं पैदा करने वाला है। हमारे बल्लेबाजी क्रम में समस्या का समाधान निकालने वाले कुछ अच्छे खिलाड़ी हैं जो मुझे लगता है कि इसका सामना कर सकते हैं।
कोच ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि भारत ने पिच तैयार करते समय दौरा करने वाली टीम के साथ अन्याय किया जिसे ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने गैर पारंपरिक या छेड़छाड़ वाली पिच करार दिया है।
मैकडोनाल्ड ने कहा, मुझे ऐसा नहीं लगता। मुझे लगता है कि आप अपनी घरेलू परिस्थितियों में खेलते हैं। हमें ऑस्ट्रेलिया में अतिरिक्त उछाल और कभी-कभी कुछ घास मिलती है। वे इसे एक कारण से टेस्ट क्रिकेट कहते हैं। आपके सभी कौशल का परीक्षण किया जाता है और अलग अलग देश में अलग-अलग परिस्थितियां होती हैं।
उन्होंने कहा, जब आपको इस तरह की विकेट मिलती है तो चर्चा थोड़ी अधिक होती है।