इस साल श्रीलंका में अपना टेस्ट पदार्पण करने वाले पांड्या ने अब तक तीन टेस्ट, 29 वनडे और 24 ट्वंटी-20 मैच खेले हैं जिनमें उन्होंने क्रमश: 178, 584 और 140 रन बनाने के अलावा चार, 31 और 17 विकेट लिए हैं।
उन्हें विश्राम दिए जाने से टीम को निश्चित ही तेज गेंदबाजी आलराउंडर की कमी खलेगी। लेकिन यह फैसला टीम की रोटेशन नीति के हिसाब से फिट बैठता है। रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा जैसे स्तरीय स्पिनरों को वनडे और ट्वंटी-20 से लगातार विश्राम दिया गया जबकि मोहम्मद शमी और उमेश यादव जैसे तेज गेंदबाजों के साथ भी ऐसा ही व्यव्हार किया गया।
उल्लेखनीय है कि पांड्या को न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे और निर्णायक मैच में पारी के आखिरी ओवर की दूसरी गेंद पर कोलिन डी ग्रैंडहोम का जबर्दस्त शॉट रोकने की कोशिश में बाएं हाथ में चोट लग गई थी। पांड्या उस समय दर्द से कराह उठे थे और फिजियो को मैदान में आना पड़ा था। हालांकि पांड्या ने फिर शेष चार गेंदें फेंककर ओवर पूरा किया और भारत ने यह मैच 6 रन से जीतकर 2-1 से सीरीज अपने नाम की।
पहले दो टेस्टों के लिए भारतीय टीम इस प्रकार है-
विराट कोहली (कप्तान), लोकेश राहुल, मुरली विजय, शिखर धवन, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे (उपकप्तान), रोहित शर्मा, रिद्धिमान साहा (विकेटकीपर), रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव, मोहम्मद शमी, उमेश यादव, भुवनेश्वर कुमार और ईशांत शर्मा।
(वार्ता)