मेघवाल ने बताया कि व्हाटसअप पर पांड्या द्वारा डॉ. अम्बडेकर के बारे में 'कौन है अम्बेडकर, जिसने दोगला कानून एवं संविधान बनाया तथा आरक्षण नाम की बीमारी फैलाई' टिप्पणी करने का मामला सामने आने के बाद उन्होंने जोधपुर के लूणी थाने में मुकदमा दर्ज करने का निवेदन किया, लेकिन पुलिस ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया।
उन्होंने बताया कि इसके बाद इस संबंध में पुलिस आयुक्त से भी अनुरोध किया गया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद गत 30 जनवरी को न्यायालय में इस्तगासा पेश कर मामले की जांच कराने का निवेदन किया गया। (वार्ता)