आस्ट्रेलिया दौरा छोड़ने पर आलोचना के बाद संन्यास की सोच रहे थे हारिस रऊफ

WD Sports Desk

मंगलवार, 16 जनवरी 2024 (16:41 IST)
पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हारिस रऊफ पिछले साल के आखिर में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने की सोच रहे थे जब आस्ट्रेलिया में टेस्ट श्रृंखला से बाहर रहने पर उनकी काफी आलोचना की जा रही थी।पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार रऊफ उस आलोचना से इतने व्यथित थे कि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट छोड़ने का ही मन बना लिया था लेकिन बाद में परिवार और दोस्तों ने उन्हें ऐसा नहीं करने की सलाह दी।

रऊफ ने आस्ट्रेलिया में तीन टेस्ट की श्रृंखला से ठीक पहले फिटनेस और कार्यभार प्रबंधन का हवाला देकर दौरे से बाहर रहने का ऐलान किया था । उन्होंने भारत में वनडे विश्व कप के दौरान पूर्व मुख्य कोच मिकी आर्थर को बता दिया था कि उनका शरीर इतना कार्यभार नहीं संभाल पा रहा।आर्थर ने उन्हें आस्ट्रेलिया में टेस्ट श्रृंखला खेलने के लिये कहा था लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया था।

आस्ट्रेलिया में टेस्ट खेलने से मना करने के बाद हारिस के अनुबंध की हो सकती है समीक्षा

पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हारिस रऊफ ने आस्ट्रेलिया में अगले महीने तीन मैचों की टेस्ट श्रृंखला खेलने से इनकार कर दिया है जिसके बाद उन्हें केंद्रीय अनुबंध में नीचे के ग्रेड में खिसकाया जा सकता है और बिग बैश लीग में खेलने की अनुमति मिलने में भी मुश्किल आ सकती है।

एक विश्वस्त सूत्र ने बताया कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के कुछ आला अधिकारी हारिस के रवैये से खफा हैं। उन्हें लाहौर कलंदर्स के कोच आकिब जावेद से भी नाराजगी है जिन्होंने हारिस का समर्थन किया है।पाकिस्तान के नये मुख्य चयनकर्ता वहाब रियाज ने सोमवार को हारिस को आड़े हाथों लेते हुए कहा ,‘‘ मैने और पाकिस्तान टीम के निदेशक मोहम्मद हफीज ने उससे तफ्सील से बात की और बताया कि कप्तान और कोच दोनों चाहते हैं कि वह आस्ट्रेलिया में खेले। हमने उसे आश्वासन भी दिया कि उसे एक दिन में 10 . 12 ओवर से अधिक नहीं डालने होंगे।’’

उन्होने कहा ,‘‘हमने टीम फिजियो और ट्रेनर से भी बात की और उन्होंने बताया कि हफीज को फिटनेस की समस्या नहीं है और उसे आस्ट्रेलिया में कोई दिक्कत नहीं होगी।’’एक सूत्र ने कहा ,‘‘ ऐसी चर्चा है कि अगर हारिस का फोकस सिर्फ सफेद गेंद के क्रिकेट पर है तो उसे दिये गए केंद्रीय अनुबंध की समीक्षा की जायेगी क्योंकि वह बी श्रेणी में है और उसे 40 लाख रूपये महीना , मैच फीस , बोनस और आईसीसी राजस्व में पीसीबी के हिस्से का अंश भी मिलता है।’’उन्होंने कहा ,‘‘ शीर्ष दो श्रेणियों के खिलाड़ियों को सभी प्रारूप खेलने होते हैं । उसके नहीं खेलने पर बिग बैश लीग खेलने के लिये एनओसी भी रोकी जा सकती है।’’ (भाषा)

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