हरमनप्रीत ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘यह पहली बार होता जब वे मुझे क्रिकेट खेलते हुए देखते। जब मैं स्कूल में थी तब मेरे पिता मेरा मैच देखते थे। मेरी मां ने कभी भी मुझे क्रिकेट खेलते हुए नहीं देखा।’ उन्होंने कहा, ‘वे आज का मैच देखना चाहते थे लेकिन दुर्भाग्य से उन्हें मैच देखने को नहीं मिला।’
हरमनप्रीत ने कहा, ‘यह मेरे लिए काफी मायने रखता है क्योंकि पहले दिन से मैं चाहती थी कि वे मुझे खेलते हुए देखें और आज मुझे यह मौका मिला था। वे हम सभी को खेलते हुए देखना चाहते थे और मुझे उम्मीद है कि हमें सभी के माता पिता का समर्थन मिलेगा और हम इस टूर्नामेंट को जीतने की कोशिश करेंगे।’
हरमनप्रीत ने ग्रुप चरण के सफर के बारे में कहा, ‘पहले दिन से हम जानते थे कि हमें सभी मैच जीतने होंगे क्योंकि अगर किसी वजह से सेमीफाइनल नहीं हो पाता है तो मुश्किल पैदा हो सकती है। इस लिहाज से श्रेय टीम को जाता है जिसने सभी मैच जीते।’