WTC फाइनल में पहुंचने के लिए टीम इंडिया के सामने यह हैं समीकरण, सामने है बांग्लादेश
मंगलवार, 13 दिसंबर 2022 (16:07 IST)
चटगांव: लोकेश राहुल की नेतृत्व क्षमता और बल्लेबाजी की बुधवार से यहां बांग्लादेश के खिलाफ शुरू हो रही दो टेस्ट की श्रृंखला में परीक्षा होगी जबकि इस श्रृंखला का नतीजा भारत के विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल के लिए क्वालीफाई करने की संभावना मजबूत करने में अहम भूमिका निभाएगा।भारत इस श्रृंखला में अपने कई अहम खिलाड़ियों बिना उतरेगा जो चोटिल हैं।
चौथे नंबर पर है भारत
भारत अभी डब्ल्यूटीसी तालिका में ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका के बाद चौथे स्थान पर चल रहा है। टीम को अगर जून में होने वाले फाइनल के लिए क्वालीफाई करना है तो उसे बांग्लादेश के खिलाफ दोनों और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चारों टेस्ट जीतने होंगे।भारत अपने सफर की शुरुआत जहूर अहमद स्टेडियम में करेगा जहां की पिच पारंपरिक रूप से बल्लेबाजी की अनुकूल रहती है जबकि मैच के अंतिम दिनों को स्पिन गेंदबाजों को मदद भी मिलती है।
भारत टेस्ट प्रारूप में प्रबल दावेदार के रूप में शुरुआत करेगा लेकिन रोहित शर्मा, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और रविंद्र जडेजा की गैरमौजूदगी को टीम को नुकसान हो सकता है। बांग्लादेश इस प्रारूप में अब तक भारत को नहीं हरा पाया है।इस तरह की विकेटों पर जडेजा की गैरमौजूदगी से भारत बैकफुट पर होगा विशेषकर तब जब विरोधी टीम तीसरी या चौथी पारी में बल्लेबाजी करेगी।
जडेजा-अश्विन की जोड़ी उपमहाद्वीप की पिच पर कम अनुभव रखने वाले खिलाड़ियों पर कहर बरपा सकती थी लेकिन पिछले बाएं हाथ के स्पिनर के रूप में दूसरी पसंद होने के बावजूद अक्षर ने पिछले दो सत्र में काफी अच्छा प्रदर्शन किया है।
अगर फिट रहते हैं तो भारत की अंतिम एकादश में 10 खिलाड़ियों का चयन लगभग तय है। भारतीय थिंक टैंक में शामिल दो राहुल- कप्तान लोकेश और मुख्य कोच द्रविड़ को सबसे महत्वपूर्ण फैसला यह करना है कि टीम तीन तेज गेंदबाजों के सात उतरेगी या तीसरे स्पिनर को तरजीह देगी।यह देखना होगा कि अगर भारत तीन स्पिनर के साथ उतरता है तो कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव को मौका मिलेगा या फिर बाएं हाथ के स्पिनर सौरभ कुमार पदार्पण करने में सफल रहेंगे।बांग्लादेश ए के खिलाफ हाल में संपन्न दो अनौपचारिक टेस्ट की श्रृंखला में सौरभ ने भारत ए के लिए 15 विकेट चटकाए थे।
पिछले एक साल में राहुल अपनी कप्तानी से प्रभावित करने में काफी सफल नहीं रहे हैं और उनकी भविष्य की कप्तानी इस श्रृंखला में प्रदर्शन पर काफी हद तक निर्भर करेगी।सोमवार को बांग्लादेश के अपने समकक्ष शाकिब अल हसन के साथ ट्रॉफी अनावरण के दौरान राहुल ने संवाददाताओं से कहा कि उनकी टीम आक्रामक क्रिकेट खेलने की योजना बना रही है क्योंकि उन्हें पता है कि लगातार दूसरी बार डब्ल्यूटीसी फाइनल में जगह बनाने के लिए यह जरूरी है।
पिछले कुछ समय में सीमित ओवरों के प्रारूप में राहुल के प्रदर्शन में गिरावट आई है और उन्हें बल्लेबाजी में बेहतर प्रदर्शन करने की जरूरत है।शुभमन गिल और राहुल पारी का आगाज करेंगे जबकि मध्यक्रम में चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली और श्रेयस अय्यर खेलते हुए नजर आएंगे।ऋषभ पंत एक बार फिर विकेटकीपर की भूमिका निभाते हुए नजर आएंगे क्योंकि इस प्रारूप में उनके आंकड़े काफी प्रभावी हैं।
तेज गेंदबाजी में उमेश यादव और मोहम्मद सिराज पर दारोमदार होगा। अगर तीसरे स्पिनर पर तीसरे तेज गेंदबाज को तरजीह मिलती है जो बेहद सफल घरेलू गेंदबाज जयदेव उनादकट और नवदीप सैनी में से एक खेलता हुआ नजर आएगा।
जहां तक बांग्लादेश का सवाल है तो टीम पिछले 22 साल से भारत के खिलाफ जीत के इंतजार को खत्म करना चाहेगी।पारंपरिक प्रारूप में बांग्लादेश के पास स्वदेश में खेलते हुए भी ऐसे गेंदबाज नहीं रहे जो विरोधी टीम को लगातार परेशान कर सकें। तेज गेंदबाज तास्किन अहमद, इबादत हुसैन, शरीफुल इस्लाम के अलावा स्पिनर शाकिब और ताइजुल इस्लाम पर भारत के खिलाफ टीम को पहली जीत दिलाने का दारोमदार होगा।
बांग्लादेश की बल्लेबाजी हालांकि मजबूत है। कप्तान शाकिब के नाम चार हजार से अधिक रन दर्ज हैं। मुशफिकुर रहीम ने भी पांच हजार से अधिक रन बनाए हैं। पूर्व कप्तान मोमीनुल हक की मौजूदगी बल्लेबाजी को मजबूत करती है।(भाषा)