एस्टागुरु नीलामी घर ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
समझा जाता है कि डेनियल ने 1792-93 के बीच में अपनी मद्रास (चेन्नई) यात्रा के दौरान इस चित्रकारी पर काम किया था।
एस्टागुरु नीलामी घर की वरिष्ठ उपाध्यक्ष स्नेहा गौतम ने कहा, थॉमस डेनियल की यह पेंटिंग कला का एक ऐतिहासिक नमूना है जो 18वीं शताब्दी के दौरान भारत के विकसित होते सांस्कृतिक ताने-बाने को दर्शाने के साथ क्रिकेट के प्रति देश में बढ़ती लोकप्रियता का भी जश्न मनाती है। यह खेल आगे चल कर इस देश की पहचान का एक अभिन्न अंग बन गया है। (भाषा)