विजय अभियान जारी रखने उतरेगा भारत, रैना पर रहेगी निगाह

शनिवार, 17 फ़रवरी 2018 (16:30 IST)
जोहानिसबर्ग। दक्षिण अफ्रीका को एकदिवसीय श्रृंखला में करारी शिकस्त देने के बाद उत्साह से भरी भारतीय टीम रविवार से यहां शुरू होने वाली 3 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों की श्रृंखला में भी हार से आहत अपने प्रतिद्वंद्वी पर नकेल कसकर अपना विजय अभियान जारी रखने के लिए उतरेगी।

विराट कोहली की अगुवाई वाली टीम ने वनडे श्रृंखला में दक्षिण अफ्रीका को 5-1 से हराकर इतिहास रचा और अब वह अपनी इस लय को क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप में भी बरकरार रखने के लिए प्रतिबद्ध होगी। इस श्रृंखला में सुरेश रैना पर सभी की निगाह टिकी रहेगी, जो 1 साल बाद राष्ट्रीय टीम में वापसी कर रहे हैं।

टेस्ट श्रृंखला में हार अब बीती बात लगती है तथा भारत टी-20 श्रृंखला में जीत के दावेदार के रूप में शुरुआत करेगा। युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव की स्पिन जोड़ी फिर से दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों की परीक्षा लेने के लिए तैयार है। भारत की दक्षिण अफ्रीकी सरजमीं पर टी-20 में अच्छी यादें जुड़ी हैं।

उसने अपना पहला टी-20 मैच में 2006 में इसी देश में खेला था और इसके 1 साल बाद उसने दक्षिण अफ्रीका में ही महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में पहला टी-20 विश्व कप जीता था। भारत ने 2017 चैंपियंस ट्रॉफी से लेकर अब तक 10 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं जिनमें से 7 में उसने जीत दर्ज की जिससे साफ है कि इस प्रारूप में टीम अच्छी फॉर्म में चल रही है।

इस टी-20 श्रृंखला के लिए रैना, केएल राहुल और जयदेव उनादकट को भी टीम से जोड़ा गया है। इन तीनों ने शुक्रवार को सेंचुरियन में 6ठे वनडे से पहले नेट्स पर 2 घंटे तक अभ्यास किया। वांडरर्स में भी शनिवार को वैकल्पिक अभ्यास सत्र का आयोजित किया गया। श्रीलंका के खिलाफ आखिरी टी-20 श्रृंखला में कोहली और भुवनेश्वर कुमार को विश्राम दिया गया था।

उनकी अनुपस्थिति में श्रेयस अय्यर, मोहम्मद सिराज और वॉशिंगटन सुंदर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने का मौका मिला। इन तीनों में से केवल अय्यर ही वर्तमान टीम का हिस्सा हैं और यह देखना होगा कि उन्हें रविवार को अंतिम एकादश में जगह मिलती है या नहीं? इस युवा बल्लेबाज ने जोहानिसबर्ग और पोर्ट एलिजाबेथ में 2 वनडे खेले जिनमें उन्होंने 18 और 30 रन बनाए।

अय्यर की जगह हालांकि रैना को अंतिम एकादश में रखा जा सकता है जिन्हें इस प्रारूप में उपयोगी ऑलराउंडर माना जाता है। भारतीय दृष्टिकोण से रैना की वापसी सबसे अधिक महत्वपूर्ण पहलू है। उन्होंने 2015 के बाद वनडे मैच नहीं खेले हैं और वे आखिरी बार एक साल पहले इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 श्रृंखला में खेले थे। रैना ने तब 3 मैचों में एक अर्द्धशतक की मदद से 104 रन बनाए थे।

रैना को इसके बाद गुजरात लॉयंस की तरफ से आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद टीम में नहीं चुना गया। बाद में पता चला कि वे अनिवार्य यो-यो टेस्ट पास नहीं कर पाए थे और इसलिए उनका चयन नहीं किया गया। उन्होंने दिसंबर में यह टेस्ट पास किया तथा सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में उत्तरप्रदेश की तरफ से 9 मैचों में 1 शतक और 2 अर्द्धशतकों की मदद से 314 रन बनाए।

रैना के अंतिम एकादश में जगह बनाने की पूरी संभावना है लेकिन उनके प्रदर्शन पर करीबी निगाह रहेगी, क्योंकि भारत को मार्च में श्रीलंका में भी टी-20 त्रिकोणीय श्रृंखला खेलनी है। रैना यहां अच्छा प्रदर्शन करके अगले साल होने वाले विश्व कप के लिए वनडे टीम में वापसी का रास्ता भी साफ कर सकते हैं, क्योंकि भारतीय टीम प्रबंधन अब भी एक ऑलराउंड विकल्प की तलाश में है, जो मध्यक्रम विशेषकर नंबर 4 बल्लेबाज के रूप में फिट बैठ सके। उनादकट अन्य खिलाड़ी हैं जिन पर नजर रहेगी।

अक्टूबर में न्यूजीलैंड टीम के खिलाफ श्रृंखला से लेकर अब तक भारत ने 6 टी-20 मैचों में से 4 मैच में बाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज को रखा है। आशीष नेहरा के संन्यास लेने के बाद और भुवनेश्वर को श्रीलंका के खिलाफ विश्राम देने के बाद उनादकट को मौका मिला।

आईपीएल नीलामी में 11.5 करोड़ रुपए के साथ सबसे अधिक कीमत पर बिकने वाले भारतीय खिलाड़ी बने उनादकट इस प्रारूप में भारत के ट्रंप कार्ड हो सकते हैं। उनादकट, जसप्रीत बुमराह और भुवनेश्वर तीनों चयन के लिए उपलब्ध हैं और ऐसे में भारत की पहली पसंद का तेज गेंदबाजी आक्रमण देखना दिलचस्प होगा। 6ठे वनडे में 4 विकेट लेने वाले शार्दुल ठाकुर को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।

हार्दिक पंड्या और कलाई के दोनों स्पिनरों का अंतिम एकादश में चयन तय है। जहां तक बल्लेबाजी लाइनअप की बात है, तो राहुल अंतिम एकादश में जगह बना पाएंगे, इसको लेकर संदेह है। रोहित शर्मा को बाहर नहीं बिठाया जा सकता तथा शिखर धवन ने वनडे श्रृंखला में अच्छा प्रदर्शन किया।
 
टीमें इस प्रकार हैं-
 
भारत : विराट कोहली (कप्तान), शिखर धवन, रोहित शर्मा, सुरेश रैना, श्रेयस अय्यर, मनीष पांडे, दिनेश कार्तिक, एमएस धोनी (विकेटकीपर), हार्दिक पंड्या, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, अक्षर पटेल, भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह, जयदेव उनादकट, शार्दुल ठाकुर में से।
 
दक्षिण अफ्रीका : जेपी डुमिनी (कप्तान), फरहान बेहार्डियन, जूनियर डाला, एबी डिविलियर्स, रीजा हेन्ड्रिक्स, क्रिस्टियन जोनेकर, हेनरिक क्लासेन, डेविड मिलर, क्रिस मॉरिस, डेन पीटरसन, आरोन फांगिसो, एंडेल फेलुकवायो, तबरेज शम्सी, जॉन-जॉन स्मिट्स में से।मैच भारतीय समयानुसार शाम 6 बजे से शुरू होगा। (भाषा)

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