भारत ने जीता नागपुर टेस्ट, पारी और 239 रनों से हराया

सोमवार, 27 नवंबर 2017 (13:20 IST)
नागपुर। शानदार फॉर्म में चल रही भारतीय क्रिकेट टीम ने सोमवार को श्रीलंका को दूसरे  क्रिकेट टेस्ट में 1 पारी और 239 रनों से हराकर टेस्ट क्रिकेट में अपनी सबसे बड़ी जीत के  रिकॉर्ड की बराबरी कर ली और 3 मैचों की श्रृंखला में भी 1-0 से बढ़त बना ली।
 
ऑफ स्पिनर रविचन्द्रन अश्विन ने 63 रन देकर 4 विकेट लिए। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में  सबसे तेजी से 300 विकेट पूरे करने का डेनिस लिली का रिकॉर्ड तोड़ा। लिली ने 56 मैचों  में यह कमाल किया था जबकि अश्विन का यह 54वां टेस्ट है। भारत ने इससे पहले 2007  में मीरपुर में बांग्लादेश को 1 पारी और 239 रनों से हराया था, जब राहुल द्रविड़ टीम के  कप्तान थे। 
 
अश्विन ने 130 रन देकर 8 विकेट लिए। उन्होंने लाहिरु गामेगे को 'दूसरा' पर आउट करके  श्रीलंकाई पारी का अंत किया। जीत के बाद टीम ने कोई जश्न नहीं मनाया और खिलाड़ियों  ने बस अश्विन को हाथ मिलाकर बधाई दी। श्रीलंका के लिए सिर्फ कप्तान दिनेश चांदीमल  (61) कुछ देर टिक सके, बाकी बल्लेबाजों में वह माद्दा ही नजर नहीं आया, जो अंतरराष्ट्रीय  क्रिकेट खेलने के लिए जरूरी होता है। 
 
श्रीलंका को इस हार की टीस लंबे समय तक महसूस होगी, क्योंकि चंद बरस पहले ही  अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वह शीर्ष टीमों में शुमार की जाती रही है। अपनी सरजमीं पर टेस्ट  मैचों की तरह ही वह यहां भी साढ़े 3 दिन में मैच हार गई। 
 
ईशांत शर्मा ने 43 रन देकर 2 विकेट लिए जबकि रवीन्द्र जडेजा ने 28 रन देकर 2 विकेट  चटकाए। उमेश यादव को भी 2 विकेट मिले और वे टेस्ट क्रिकेट में 100 विकेट पूरे करने  से अब सिर्फ 1 विकेट दूर हैं। दिमुथ करुणारत्ने (18) का विकेट सबसे पहले गिरा, जो  जडेजा को फ्लिक करने के प्रयास में शॉर्ट लेग पर मुरली विजय को कैच दे बैठे। विजय का  यह कैच इतना दर्शनीय था कि करुणारत्ने ठगे से खड़े रह गए। 
 
लाहिरु तिरिमन्ने (23) ने उमेश यादव की बाहर जाती गेंद से छेड़खानी की और प्वॉइंट पर  जडेजा को कैच दे बैठे। यह हैरान करने वाला शॉट था, क्योंकि गेंद इतनी बाहर जा रही थी  कि उसे छोड़ा जा सकता था।   पूर्व कप्तान एंजेलो मैथ्यूज (10) से जिम्मेदारीभरी पारी की उम्मीद थी लेकिन वे भी  गैरजिम्मेदाराना शॉट खेलकर अपना विकेट गंवा बैठे। लांग ऑन पर जडेजा को छक्का  लगाने के बाद उन्होंने लांग ऑफ पर यही शॉट खेलने की कोशिश की लेकिन मिड ऑफ में  रोहित शर्मा को कैच दे बैठे। पूर्व कप्तान के खराब फॉर्म को लेकर टीम में उनकी जगह पर  सवाल उठने लगे हैं। 
 
श्रीलंकाई क्रिकेट को मैथ्यूज से महेला जयवर्धने और कुमार संगकारा के संन्यास के बाद  उम्दा प्रदर्शन की उम्मीद थी लेकिन पिछले 2 साल में वे बुरी तरह नाकाम रहे हैं। रोशन  डिकवेला (4) ईशांत की गेंद पर तीसरी स्लिप में विराट कोहली को कैच देकर लौटे। दूसरी  ओर शनाका ने अश्विन को 1 चौका और 1 छक्का जड़ा लेकिन उन्हीं की गेंद पर लांग  ऑन में केएल राहुल को कैच देकर पैवेलियन लौटे।  दिलरुवान परेरा और रंगाना हेराथ को आउट करके अश्विन ने 299 टेस्ट विकेट पूरे कर  लिए और इसके बाद गामेगे को आउट करके विश्व रिकॉर्ड बनाया और भारत की जीत के  भी सूत्रधार बने। (भाषा) 

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