मिताली ने विश्वकप के बीच में संन्यास की धमकी दी थी : पोवार
गुरुवार, 29 नवंबर 2018 (19:29 IST)
मुंबई। भारतीय बल्लेबाज मिताली राज और मुख्य कोच रमेश पोवार के बीच का विवाद बेहद खराब शक्ल अख्तियार करता जा रहा है और पोवार ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को दी गई अपनी आधिकारिक रिपोर्ट में कहा है कि मिताली ने धमकी दी थी कि यदि उन्हें ओपनिंग नहीं करने दी गई तो वह विश्वकप के बीच से ही हट जाएंगी और संन्यास ले लेंगी।
पोवार ने अपनी रिपोर्ट में यह भी कहा कि मिताली को कोचों को ब्लैकमेल करना और उनपर दबाव डालना बंद कर देना चाहिए। उन्होंने भारत की वनडे कप्तान पर आरोप लगाया कि वह अपने व्यक्तिगत हितों को टीम हितों पर प्राथमिकता देती थीं। कोच ने विश्वकप को लेकर अपनी आधिकारिक रिपोर्ट बीसीसीआई के सीईओ राहुल जौहरी और क्रिकेट संचालन प्रमुख सबा करीब को ईमेल करने से पहले उनसे मुख्यालय में मुलाकात की।
पोवार की रिपोर्ट उतनी ही विस्फोटक है जितना मिताली का इस सप्ताह के शुरू में जौहरी और करीम को भेजा गया पत्र था जिसमें उन्होंने पोवार पर उनके करियर को समाप्त करने की धमकी देने का आरोप लगाया था। पोवार ने मिताली पर आरोप लगाते हुए रिपोर्ट में कहा, वह टीम बैठक में कोई सलाह नहीं देती थी। लीग में टॉप करने के बावजूद उन्होंने सराहना का एक शब्द नहीं कहा।
वह टीम प्लान को मानती नहीं थी और अपने कीर्तिमानों को लेकर बल्लेबाजी करती थी। उनकी वजह से दूसरे बल्लेबाजों पर दबाव आता था जबकि एक कोच के तौर पर मैंने उनकी बल्लेबाजी को सुधारने पर कड़ी मेहनत की थी। पोवार ने मिताली पर कोचिंग स्टाफ के साथ साठगांठ करने का आरोप लगाया ताकि वह टीम के मुकाबले खुद बेहतर स्थिति में रह सकें। उन्होंने कहा, मैं उम्मीद करता हूं कि मिताली कोचों को ब्लैकमेल करना और उनपर दबाव बनाना बंद कर दें। मैं यह भी उम्मीद करता हूं कि वह भारतीय महिला क्रिकेट की बेहतरी के लिए काम करेंगी।
कोच ने यह भी कहा कि मिताली ने पाकिस्तान के खिलाफ दूसरे ग्रुप मैच से पहले धमकी दी थी कि यदि उन्हें ओपनिंग नहीं करने दी जाती है तो वह संन्यास ले लेंगी और स्वदेश लौट जाएंगी। मिताली ने टूर्नामेंट के पहले मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ ओपनिंग नहीं की थी और उस मैच में भारत ने विश्व ट्वंटी-20 का सबसे बड़ा स्कोर बनाया था। उन्हें साफतौर पर बताया गया था कि उन्हें मध्यक्रम में बल्लेबाजी करनी होगी।
पोवार ने रिपोर्ट में कहा, मैं यह जानकर स्तब्ध हो गया कि मिताली ने जब यह कहा कि वह बीच में ही विश्वकप छोड़ देंगी और करियर से संन्यास ले लेंगी। वीडियो विश्लेषक पुष्कर सावंत इस खबर के साथ मेरे कमरे में आए कि फील्डिंग कोच बीजू जार्ज ने उन्हें बताया है कि मिताली उनका बल्लेबाजी क्रम नहीं बदले जाने और उन्हें पाकिस्तान के खिलाफ ओपनिंग की अनुमति नहीं देने से नाराज थीं। उन्होंने अपना सामान बांध लिया है।
उन्होंने कहा, मैं समझ नहीं पा रहा था कि मिताली ऐसा क्यों कर रही हैं। हमने न्यूजीलैंड जैसी शीर्ष टीम को हराया है और मिताली अपने बल्लेबाजी क्रम को लेकर शिकायत कर रही हैं और धमकी दे रही हैं। हमें ऐसे सीनियर खिलाड़ी के व्यवहार से दुख हुआ जो टीम के हितों से अधिक अपनी परवाह कर रहा है।
पोवार ने कहा, बात को संभालने के लिये मैंने कप्तान हरमनप्रीत कौर और उपकप्तान स्मृति मंधाना से कहा कि मिताली पाकिस्तान के खिलाफ मैच में ओपनिंग करेंगी और यह बात मिताली को भी बता दी गई। हमारे पास इसके अलावा कोई चारा नहीं था। कोच ने रिपोर्ट में यह आंकड़ा भी गिनाया कि पाकिस्तान के खिलाफ 47 गेंदों पर 56 रन में मिताली ने 17 डॉट बॉल और आयरलैंड के खिलाफ 51 गेंदों पर 56 रन में 25 डॉट बाल खेलीं।
पोवार ने साथ ही कहा कि मिताली ने टीम की रणनीति पर सवाल भी उठाए और हर समय अपना दबदबा बनाने की कोशिश की। इस स्थिति से इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल से पहले टीम का ध्यान भटका और उसे हार का सामना करना पड़ा। पोवार ने मिताली पर नखरे दिखाने और अनावश्यक तनाव पैदा करने के भी आरोप लगाए जिससे टीम का माहौल बिगड़ा। पोवार ने बताया कि उन्होंने और टीम मैनेजर तृप्ति भट्टाचार्य ने करीम से फोन पर बात की थी, जिन्होंने सलाह दी थी कि इस मामले को सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझा लो।