नई दिल्ली। बेशुमार दौलत से भरपूर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में एक बार फिर धनवर्षा का समय आ गया है और 2018 में इस टूर्नामेंट के 11वें सत्र के लिए गुरुवार को रिटेन किए जाने वाले खिलाड़ियों में 'सरप्राइज़' पर सभी की निगाहें लगी रहेंगी।
महेंद्र सिंह धोनी, विराट कोहली, रोहित शर्मा जैसे दिग्गज खिलाड़ियों के लिए सभी का अंदाजा है कि उनकी पुरानी टीमें उन्हें रिटेन करने में ज्यादा समय यहीं लगाएंगी, लेकिन यह देखना दिलचस्प होगा कि रिटेशन में सरप्राइज़ पैकेज क्या निकलता है। दुनिया की इस सबसे बड़ी क्रिकेट लीग के रिटेशन पर केवल भारतीयों की ही नहीं, बल्कि विदेशी खिलाड़ियों की भी निगाहें लगी रहेंगी।
आईपीएल संचालन परिषद ने रिटेशन को लेकर अपनी नीति को दिसम्बर के शुरू में सभी फ्रेंचाइजी टीमों को स्पष्ट कर दिया था कि वे किस तरह अपने खिलाड़ी रिटेन कर पाएंगी। फ्रेंचाइजी टीमें अब रिटेनशन और नीलामी के दौरान राइट टू मैच (आरटीएम) के जरिए अधिकतम पांच खिलाड़ी रख सकती हैं। यदि नीलामी से पहले कोई टीम रिटेशन नहीं रखती है तो वह नीलामी में अधिकतम तीन राइट टू मैच रख सकती है।
टीमें अधिकतम पांच खिलाड़ी रिटेन कर पाएंगी, जिनमें से अधिकतम तीन कैप्ड भारतीय खिलाड़ी, अधिकतम दो अनकैप्ड भारतीय खिलाड़ी और अधिकतम दो विदेशी खिलाड़ी होंगे। अधिकतम तीन रिटेन खिलाड़ी नीलामी पूल में नहीं उतरेंगे।
टीमों को अपनी 2017 की टीम (राजस्थान रॉयल्स और चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए 2015) में से खिलाड़ियों को रखने का मौका नीलामी के दौरान मिलेगा, जहां वे राइट टू मैच (आरटीएम) कार्ड का इस्तेमाल कर खिलाड़ियों (अधिकतम तीन) को बरकरार रख सकेंगी।
निलंबन हटने के बाद वापसी कर रही चेन्नई और राजस्थान की टीमें 2015 की अपनी पुरानी टीमों और 2017 में गुजरात और पुणे का हिस्सा रहे खिलाड़ियों में से रिटेशन और राइट टू मैच का इस्तेमाल कर पाएंगीं। नीलामी से पहले रिटेन किए जाने वाले तीन खिलाड़ियों में पहले खिलाड़ी को 15 करोड़, दूसरे को 11 करोड़ और तीसरे को सात करोड़ रुपए मिलेंगे।
इसमें दूसरा विकल्प भी रखा गया है। अगर दो खिलाड़ी रिटेन किए जाते हैं तो पहले को 12.5 करोड़ और दूसरे को 8.5 करोड़ रुपए मिलेंगे। एक खिलाड़ी को रिटेन किए जाने की स्थिति में उसे 12.5 करोड़ रुपए मिलेंगे।
रिटेशन के लिए संभावना :
मुंबई इंडियंस : टूर्नामेंट को तीन बार जीत चुकी मुंबई के लिए उसके कप्तान रोहित शर्मा स्वाभाविक पसंद होंगे। हिटमैन के नाम से मशहूर रोहित ने हाल में अपनी कप्तानी में भारत को श्रीलंका के खिलाफ वनडे और टी-20 सीरीज में जीत दिलाई थी। वनडे में तीसरा दोहरा शतक ठोक चुके और 2017 में सबसे ज्यादा छक्के उड़ा चुके रोहित को तो मुंबई पकड़कर रखना चाहेगी।
स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या, क्रुणाल पांड्या, कीरोन पोलार्ड और जसप्रीत बुमराह जैसे खिलाड़ियों को मुंबई टीम या तो रिटेशन या फिर राइट टू मैच कार्ड के जरिए टीम में बरकरार रखना चाहेगी। मुंबई का अभिन्न हिस्सा रहे हरभजन सिंह का क्या मौका रहेगा, यह इस साल का यक्षप्रश्न रहेगा।
चेन्नई सुपरकिंग्स : निलंबन हटने के दो साल बाद वापसी कर रही चेन्नई टीम के लिए उसके आठ बार कप्तान रहे और दो बार टीम को विजेता बना चुके महेंद्र सिंह धोनी की टीम में वापसी तय है। पिछले दो साल धोनी पुणे टीम की तरफ से खेले थे, लेकिन अपने प्रदर्शन को लेकर वे टीम मालिकों की आलोचनाओं के घेरे में रहे थे। चेन्नई में सबसे ज्यादा मशहूर धोनी को रिटेन करने में सुपर किंग्स को ज्यादा माथापच्ची नहीं करनी पड़ेगी।
आउट ऑफ फॉर्म चल रहे सुरेश रैना पर भी टीम दांव खेल सकती है, जो पिछले दो साल नई टीम गुजरात के कप्तान रहे थे। टूर्नामेंट में रैना का बल्ला जमकर रन उगलता है। टीम की नजरें रवींद्र जडेजा पर भी रहेंगी, जो हर मायने में हरफनमौला खिलाड़ी हैं।
चेन्नई के रडार पर न्यूजीलैंड के ब्रेंडन मैकुलम और वेस्टइंडीज के ड्वेन ब्रावो भी रहेंगे लेकिन स्थानीय स्टार और ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन का क्या होगा यह कह पाना मुश्किल है जो भारत की सीमित ओवरों की टीम से बाहर चल रहे हैं।
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु : टूर्नामेंट की यह एक ऐसी टीम है जिसमें सबसे ज्यादा स्टार खिलाड़ी रहे लेकिन पिछले सत्र में इसने सबसे ज्यादा खराब प्रदर्शन किया। कप्तान विराट कोहली, क्रिस गेल और एबी डीविलियर्स जैसे दिग्गज खिलाड़ियों के बावजूद बेंगलुरु टीम के छक्के छूटे रहे।
इसके बावजूद टीम इन तीनों को रिटेन कर सकती है। टीम की नजरें लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल पर भी रह सकती है, जिनका सीमित ओवरों में हाल का प्रदर्शन शानदार रहा है और टूर्नामेंट में भी उन्होंने अपनी स्पिन की धार दिखाई है।
कोलकाता नाइटराइडर्स : दो बार चैंपियन रही इस टीम के कप्तान गौतम गंभीर को लेकर खबरें उड़ती रही थीं कि उन्हें रिटेन नहीं किया जाए, लेकिन शाहरुख़ खान की टीम के पास गंभीर के अलावा कोई और विकल्प नहीं दिखाई देता। कोलकाता के लिए रिटेन किए जाने वाले खिलाड़ियों की होड़ में सुनील नारायण, मनीष पांडेय, कुलदीप यादव और रोबिन उथप्पा शामिल रहेंगे।
दिल्ली डेयरडेविल्स : दिल्ली की टीम हर बार तालमेल बदलने के बावजूद अपनी चाल नहीं ठीक कर पाती है और इसी कारण वह पिछले साल फिसड्डी रही थी। दिल्ली के लिए यह बड़ा मुश्किल चयन रहेगा कि वह किसे रिटेन करे या फिर वह नीलामी में खिलाड़ियों को खरीदने का इंतजार करे। दिल्ली ऋषभ पंत, कैगिसो रबादा, क्विंटन डी कॉक, श्रेयस अय्यर, संजू सैमसन और क्रिस मोरिस के बारे में सोच सकती है।
किंग्स इलेवन पंजाब : दिल्ली जैसा हाल पंजाब का है, जिसमें विदेशी खिलाड़ियों का ज्यादा दबदबा है, लेकिन केवल दो विदेशी खिलाड़ी रिटेन करना मुश्किल काम होगा। टीम के कप्तान और विस्फोटक बल्लेबाज ग्लेन मैक्सवेल पहली पसंद रहेंगे। रिटेशन के लिए अन्य खिलाड़ियों में इंग्लैंड के टी-20 कप्तान इयोन मॉर्गन, ऑलराउंडर मार्कस स्टोइनिस और भारतीय खिलाड़ियों में अक्षर पटेल, रिद्धिमान साहा पर निगाहें रहेंगी।
राजस्थान रॉयल्स : चेन्नई की तरह वापसी कर रहे राजस्थान को 2015 की अपनी टीम से खिलाड़ियों को चुनना होगा और उनके लिए सबसे बड़े फायदे का सौदा ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीवन स्मिथ हो सकते हैं, जो इस समय करिश्माई फॉर्म में हैं और कप्तानी संभाल सकते हैं। स्मिथ को पिछले सत्र में धोनी को हटाकर पुणे का कप्तान बनाया गया था। स्मिथ के साथ-साथ अजिंक्य रहाणे और जेम्स फॉकनर को भी रिटेन किया जा सकता है।
सनराइज़र्स हैदराबाद : इस टीम के लिए ऑस्ट्रेलियाई और भारतीय ओपनर क्रमशः डेविड वार्नर और शिखर धवन पहली पसंद रहेंगे। अन्य दावेदारों में अफ़ग़ानिस्तान के लेग स्पिनर राशिद खान और भारतीय तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार शामिल रहेंगे।