न्यूज़ीलैंड के खिलाफ पहले ट्वंटी-20 मैच में भी यही हुआ। मिताली को बाहर रखा गया और भारतीय टीम यह मैच हार गई। हरमनप्रीत को यह ध्यान रखना होगा कि इस फॉर्मेट में भी टीम को एक अनुभवी बल्लेबाज की जरूरत पड़ती है। मिताली का अनुभव टीम के लिए फायदेमंद है और इस बात को उन्होंने लगातार साबित किया है। मिताली ने विश्व कप में दो अर्धशतक बनाए थे, इसके बावजूद उन्हें टीम से बाहर रखा गया था।
भारतीय महिला टीम ने अब तक 99 मैच खेले हैं जिनमें से उसने 53 मैच जीते हैं और 44 हारे हैं। भारतीय टीम ने न्यूज़ीलैंड के खिलाफ नौ ट्वंटी-20 मैचों में तीन मैच जीते हैं और छह हारे हैं। महिला टीम 100 मैच पूरे करने की उपलब्धि हासिल करने वाली दुनिया की छठी टीम बन जाएगी। अभी तक ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, पाकिस्तान, न्यूज़ीलैंड और विंडीज ट्वंटी-20 में 100 मैच पूरे कर पाए हैं।
भारतीय टीम ने मिताली राज की कप्तानी में वनडे सीरीज 2-1 से जीती थी लेकिन ट्वंटी-20 सीरीज में उसकी शुरुआत खराब हुई है। न्यूजीलैंड के 159 रन के जवाब में भारतीय टीम 19.1 ओवर में 136 रन पर सिमट गई। टीम एक समय 12वें ओवर में एक विकेट पर 102 रन बनाकर सुखद स्थिति में थी लेकिन इसके बाद टीम आखिरी 9 विकेट मात्र 34 रन पर गंवाने के कारण 136 रन पर ढेर हो गई। भारत की तरफ से ओपनर स्मृति मंधाना ने 58 रन बनाए।
कप्तान हरमनप्रीत ने 17 रन बनाए लेकिन उन्हें मिताली के धीमे स्ट्राइक रेट पर ध्यान देने के बजाए अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान देना होगा। हरमनप्रीत पर मध्यक्रम का दारोमदार है लेकिन उनके पिछले बिग बैश लीग मैचों सहित अब तक प्रदर्शन कोई शानदार नहीं रहा है। उम्मीद की जानी चाहिए कि महिला टीम विवादों से बाहर निकलकर दूसरे मैच में सीरीज में बराबरी हासिल कर लेगी।