मौजूदा समय में सात दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी पांच आईपीएल फ्रेंचाइजी के प्रमुख खिलाड़ियों की सूची में हैं, जिसमें रबादा और नाेर्त्जे (दिल्ली कैपिटल्स), फाफ डू प्लेसिस और लुंगी एनगिदी (चेन्नई सुपरकिंग्स), क्विंटन डी कॉक (मुंबई इंडियंस), एबी डिविलियर्स (रॉयल्स चैलेंजर्स बेंगलुरु) और डेविड मिलर (राजस्थान रॉयल्स) शामिल हैं। इन सभी खिलाड़ियों को फ्रेंचाइजियों ने इस सत्र के लिए रिटेन किया है।
दक्षिण अफ्रीका और पाकिस्तान के बीच दो से 16 अप्रैल के बीच तीन एकदिवसीय और चार टी-20 मैच खेले जाने हैं। वहीं नौ या 10 अप्रैल से आईपीएल शुरू हो सकता है। ऐसे में दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ियों के उपलब्ध न होने से आईपीएल फ्रेंचाइजियां, खासतौर पर दिल्ली कैपिटल्स और चेन्नई सुपर किंग्स सबसे ज्यादा प्रभावित हो सकती हैं, क्योंकि इन दाेनों फ्रेंचाइजियों में कई दक्षिण अफ्रीका खिलाड़ी शामिल हैं। आईपीएल के पिछले 2020 सत्र में रबादा के 17 मैचों में 30 विकेट और नोर्त्जे के 16 मैचों में 22 विकेट के शानदार प्रदर्शन की बदौलत दिल्ली कैपिटल्स पिछले 13 सत्रों में पहली बार आईपीएल के फाइनल में पहुंची थी।
सीएसए ने खिलाड़ियों की उपलब्धता के संदेह पर कहा कि वह बीसीसीआई के साथ सीधे बातचीत कर आईपीएल संबंधी मुद्दों को हल कर लेगा, हालांकि इस पर आईपीएल के मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) हेमांग अमीन का अभी कोई जवाब नहीं आया है।
उल्लेखनीय है कि 18 फरवरी को आईपीएल नीलामी में दक्षिण अफ्रीका के क्रिस मॉरिस, वान डेर डुसन, वेन पार्नेल, ब्यूरन हेंड्रिक, हार्डस विलोजेन, आंदिले फेहलुकवायो, डारिन दुपाविलोन, मोर्न मोर्कल, जॉर्ज लिंडे, ड्वेन प्रिटोरियस, डेविड विसे, गेराल्ड कोएट्ज़ी, मार्को जानसन और जैक्सम स्नीमन को चुना गया है।(वार्ता)