ईशान किशन की हुई दमदार वापसी, इस टूर्नामेंट में जोरदार शतक जड़ दिखाया अपना जलवा

WD Sports Desk

शुक्रवार, 16 अगस्त 2024 (17:07 IST)
MPCA vs JSCA Ishan Kishan Century : ईशान किशन ने कई महीनों बाद मैदान में वापसी करते हुए धमाल मचा दिया है। उन्होंने बुची बाबू टूर्नामेंट (First Class Tournament) 2024 में झारखंड की ओर से खेलते हुए मध्य प्रदेश के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया।


यह मैच तमिलनाडु के तिरुनेलवेली के इंडिया सीमेंट्स लिमिटेड क्रिकेट ग्राउंड पर खेला गया।  दूसरे दिन मध्य प्रदेश को 225 रन पर समेटने के बाद ईशान किशन छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे। किशन ने छक्कों के दम पर केवल 86 गेंदों में अपना शतक पूरा किया।

 ईशान किशन को कुछ महीनों पहले BCCI ने नियमों का पालन न करने की वजह से सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट (BCCI Central Contract) से बाहर कर दिया था।  
 
किशन ने आखिरी बार भारत के लिए पिछले साल नवंबर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज के तीसरे टी20 मैच में खेला था। इसके बाद उन्हें दक्षिण अफ्रीका के अगले दौरे के लिए शामिल किया गया था, लेकिन दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ODI और T20 Series के बाद उन्होंने टेस्ट सीरीज से ब्रेक ले लिया और तब से उन्होंने किसी भी फॉर्मेट में भारतीय टीम के लिए एक भी मैच नहीं खेला है। वनडे विश्व कप 2023 खेलने वाले ईशान किशन ने मानसिक थकान के कारण बाहर होने का फैसला किया था ।
 
लेकिन इसके बाद कथित तौर पर उन्हें BCCI की अनुमति के बिना उन्हें पार्टी करते हुए और टीवी शो में भाग लेते देखा गया। मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने उन्हें भारतीय टीम में वापसी के लिए घरेलू क्रिकेट (Domestic Cricket) खेलने को कहा लेकिन उन्होंने आज्ञा का पालन नहीं किया। परिणामस्वरूप बीसीसीआई ने उन्हें सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में शामिल नहीं किया। लेकिन अब उनकी वापसी दमदार लग रही है इसके बाद वे 5 सितम्बर से शुरू होने वाली दलीप ट्रॉफी में भी श्रेयस अय्यर की कप्तानी में खेलते नजर आएंगे। 
 
 
उन दिनों के बारे में बात करते हुए और खुलासा करते हुए कि क्यों उन्होंने घरेलू क्रिकेट नहीं खेला, किशन ने कहा था कि वह उस समय रणजी ट्रॉफी खेल खेलने के लिए सही मानसिक स्थिति में नहीं थे।
 
किशन ने बताया था "मैंने ब्रेक लिया और मुझे लगता है कि यह सामान्य था। एक नियम है कि अगर आप वापसी करना चाहते हैं तो आपको घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन करना होगा। यह बहुत सरल है। अब, मेरे लिए घरेलू क्रिकेट खेलना बहुत अलग था क्योंकि इसका कोई मतलब नहीं था। मैं खेलने की मानसिक स्थिति में नहीं था और इसीलिए मैंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से ब्रेक ले लिया। इसका कोई मतलब नहीं है कि आप अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से ब्रेक लें और फिर जाकर घरेलू मैच खेलें। फिर तो आप अंतरराष्ट्रीय ही खेलते (तब मैं भारत के लिए खेलना जारी रख सकता था)"

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