सौरव गांगुली की हो सकती है BCCI से विदाई! क्या जय शाह बनेंगे अध्यक्ष?

WD Sports Desk

शुक्रवार, 7 अक्टूबर 2022 (12:30 IST)
भारतीय पूर्व कप्तान सौरव गांगुली की बीसीसीआई से जल्द विदाई हो सकती है। एक अग्रणी अखबार ने सूत्रों के हवाले से यह खबर दी है कि 18 अक्टूबर के बाद सौरव गांगुली की बीसीसीआई में कोई भूमिका नहीं रहेगी। इस खबर के बारे में ट्विटर के कुछ नीले रंग के खातों ने भी ट्वीट किया है।

Sourav Ganguly will no longer be a part of the BCCI. (Reported by Dainik Jagran).

— Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) October 7, 2022

Sourav Ganguly will be no longer in BCCI after October 18. (Source - @abhishereporter)

— Johns. (@CricCrazyJohns) October 7, 2022
इसक बाद से ही इस सोशल मीडिया साइट पर यह खबर फैल गई कि हो सकता है जय शाह इसके बाद सौरव गांगुली की जगह ले लें। यानि कि गृहमंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह बीसीसीआई अध्यक्ष बन सकते हैं।इस खबर को लेकर भी ट्विटर पर खासी हलचल मची

Sourav Ganguly will no longer be a part of the BCCI.

What about Jay Shah? pic.twitter.com/CPKoiYGcD9

— Subhamoy Banerjee (@Subham2021) October 7, 2022

Before jumping to nepotism allegations, kindly note that Rohan Jaitley is the 3rd highest run getter in Ranji trophy. The only 2 legendary cricketers ahead of him are Jay Shah and Anurag Thakur.

—  Luchchi Ghuggi Kaan Badnam (@sekhonshammi) October 6, 2022
हालांकि हाल ही में उच्चतम न्यायालय ने बुधवार को भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के संविधान में संशोधन की अनुमति दी जिससे इसके अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह के अनिवार्य ब्रेक (कूलिंग ऑफ पीरियड) पर जाए बगैर पद पर बने रहने का रास्ता साफ हो गया था।

शीर्ष अदालत का आदेश बोर्ड की उस याचिका पर आया था जिसमें अध्यक्ष गांगुली और सचिव शाह सहित पदाधिकारियों के कार्यकाल से जुड़े संविधान में संशोधन का आग्रह किया गया था। इसमें मांग की गई थी कि पदाधिकारियों के सभी राज्य क्रिकेट संघों और बीसीसीआई में कार्यकाल के बीच अनिवार्य ब्रेक की अवधि को खत्म किया जाए।

बीसीसीआई ने अपने प्रस्तावित संशोधन में अपने पदाधिकारियों के लिए ब्रेक की अवधि को समाप्त करने की मांग की थी जिससे कि गांगुली और शाह संबंधित राज्य क्रिकेट संघों में छह साल पूरे करने के बावजूद अध्यक्ष और सचिव के रूप में पद पर बने रहें।हालांकि अभी की सरगर्मियां वास्तव में खबर है या फिर महज एक अफवाह यह देखना बाकी है।

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