जियो, स्टार, सोनी ने बीसीसीआई की पहली ई-नीलामी के लिए कसी कमर
सोमवार, 2 अप्रैल 2018 (20:20 IST)
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम की घरेलू द्विपक्षीय क्रिकेट श्रृंखला के मीडिया अधिकारों के लिए कल जियो, स्टार, सोनी, फेसबुक और गूगल सहित छह कंपनियां ई-नीलामी के जरिए बोली लगाएंगी। बीसीसीआई मुंबई में कल पहली बार ई-नीलामी के जरिए इन मीडिया अधिकारों के लिए बोली प्रक्रिया का आयोजन करेगा। यह अधिकार पांच साल अप्रैल 2018 से मार्च 2023 तक के लिए होंगे।
ई-नीलामी प्रक्रिया बीसीसीआई के पारंपरिक ‘बंद बोली नीलामी मॉडल (सीलबंद लीफाफे में)’ की जगह लेगी। क्रिकेट प्रशासकों की समिति को लगता है कि ऑनलाइन बोली प्रक्रिया प्रतिस्पर्धी मूल्य पता करने के लिए पारदर्शी तरीका है।
बीसीसीआई ने मीडिया अधिकारों को तीन विशिष्ट श्रेणियों में बांटा है, जिसमें पहला- वैश्विक टेलीविजन अधिकार के साथ शेष विश्व (भारत के अलावा बाकी दुनिया) डिजिटल अधिकार पैकेज, दूसरा- भारतीय उपमहाद्वीप डिजिटल अधिकार पैकेज और तीसरा- वैश्विक संपूर्ण अधिकार पैकेज शामिल है।
इसमें 2018-19 सत्र के लिए वैश्विक टेलीविजन और शेष विश्व डिजिटल अधिकार के लिए शुरुआती बोली 35 करोड़ रुपए प्रति मैच होगी। भारतीय उपमहाद्वीप के लिए आठ करोड़ रुपए, जबकि वैश्विक संपूर्ण पैकेज के लिए बोली 43 करोड़ रुपए प्रति मैच से शुरू होगी।
2019-2023 के लिए प्रति मैच बोली की शुरुआती कीमत 33 करोड़, भारतीय उपमहाद्वीप के लिए सात करोड़ और वैश्विक पैकेज के लिए 40 करोड़ रुपए होगी। इस दौरान (अगले पांच साल में) भारतीय टीम घरेलू सरजमीं पर लगभग 22 टेस्ट, 42 एकदिवसीय और 38 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलेगी।
टेलीविजन प्रसारण अधिकार के लिए स्टार, सोनी और जियो के साथ यप्प टीवी के भी बोली लगाने की संभावना है, जबकि फेसबुक और गूगल डिजिटल अधिकारों के लिए बोली लगा सकते हैं। स्टार, सोनी और जियो भी डिजिटल मार्केट में अपना प्रसार बढ़ा रहे हैं और ऐसे में वैश्विक संपूर्ण अधिकारों के लिए बड़ी बोली लगने पर हैरानी नहीं होगी।
स्टार ने पहले ही भारतीय क्रिकेट की सबसे प्रतिष्ठित मीडिया संपत्ति आईपीएल के प्रसारण अधिकार 16,347 करोड़ रुपए में खरीदे हैं। स्टार के पास आईसीसी टूर्नामेंटों का भी अधिकार है, जिसमें विश्व टी20 (पुरुष और महिला), पुरुष और महिला टीम के 50 ओवर के विश्व कप और चैंपियंस ट्रॉफी शामिल है।
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने बताया, आईपीएल मीडिया अधिकार हासिल करने के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि स्टार इन अधिकारों के लिए कितना उत्साहित होगा। सोनी भी इन अधिकारों को हासिल करने के लिए बेकरार होगा, क्योंकि किसी भी प्रसारक के अस्तित्व में बने रहने के लिए जरूरी है कि उसके पास भारतीय टीम का मीडिया अधिकार हो।
जियो इसमें छुपा रुस्तम साबित हो सकता है क्योंकि सिर्फ टीवी अधिकार हासिल करके वे प्रसारण क्षेत्र में भी उतर सकते हैं। फेसबुक ने आईपीएल के डिजिटल अधिकारों के लिए 3900 करोड़ रुपए की बड़ी बोली लगाई थी, लेकिन वह स्टार से पिछड़ गया, जिसने यह अधिकार एक संपूर्ण बोली के साथ हासिल किए।
सोनी और स्टार हालांकि नाखुश हैं कि बीसीसीआई ने विरोधी टीम के दर्जे को नजरअंदाज करते हुए प्रत्येक मैच के लिए न्यूनतम बोली समान रखी है। बोर्ड हालांकि अपने रुख से डिगा नहीं है जिसका मानना है कि यह बोली लगाने वाले संभावित प्रसारणकर्ताओं की दबाव बनाने की रणनीति है। (भाषा)