राहुल द्रविड़ 2016 अंडर-19 विश्व कप से ही उन पर निगाह रखे हुए हैं। वह हाल में भारत ए के साथ इंग्लैंड दौरे पर भी गए थे। वह हाल में भारत ए के साथ इंग्लैंड दौरे पर भी गए थे। चयनकर्ता विश्व कप से पहले तेज गेंदबाजी में विविधता चाहते हैं तथा जयदेव उनादकट और बरिंदर सरां के अनुकूल परिणाम नहीं देने के कारण उन्होंने अब खलील अहमद को आजमाने का फैसला किया है।
खलील के पिता पेशे से कम्पाउंर हैं। वह अपने बेटे को डॉक्टर बनाना चाहते थे, लेकिन खलील को क्रिकेट में अपना करियर बनाना था। खलील के पिता को शुरुआत में उनका क्रिकेट खेलना पसंद नहीं था। क्योंकि उन्हें लगता कि क्रिकेट में कोई करियर नहीं है और खलील की पढ़ाई पर इसका असर पड़ेगा। लेकिन कोच इम्तियाज अली ने खलील के पिता को समझाने और उनके क्रिकेट खेलना जारी रखने देने में अहम भूमिका निभाई।
5 दिसंबर 1997 को जन्में खलील अहमद की खासियत है उनकी रफ्तार और लाइन लेंथ। वह लगातार 140-145 किमी/घंटा की औसत रफ्तार से गेंदबाजी करते हैं। खास बात यह है कि इतनी स्पीड के साथ गेंदबाजी करने के दौरान गेंद पर उनका नियंत्रण भी शानदार रहता है। वह 2016-17 में दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम में भी शामिल थे। आईपीएल 2018 में उन्हें सनराइजर्स हैदराबाद ने 3 करोड़ की भारी-भरकम राशि में खरीदा था।