उन्होंने कहा कि यहां खेलना आसान नहीं था। अभ्यास के बिना अचानक टी-20 मैच खेलना मुश्किल है। ऑस्ट्रेलिया जैसी टीम के खिलाफ कोई कोताही नहीं बरती जा सकती, क्योंकि वे अंत तक हार नहीं मानते। खलील ने कहा कि पिछले कुछ महीने में मैंने काफी कुछ सीखा है, मसलन पेशेवरपन, परिपक्वता और जिम्मेदारी। इसमें भुवनेश्वर कुमार जैसे सीनियर गेंदबाजों से मुझे काफी मदद मिली।