वेस्टइंडीज के खिलाफ तीसरे टी20 मैच में 91 रन बनाने वाले राहुल को शिखर धवन के चोटिल होने के कारण टीम में चुना गया था, जिन्होंने खुलकर बल्लेबाजी की और निर्णायक मैच में 'मैन ऑफ द मैच' का पुरस्कार अर्जित किया।
राहुल ने कहा कि मैं यह नहीं कहूंगा कि दबाव नहीं था। टीम से भीतर बाहर होना किसी भी खिलाड़ी के लिए आसान नहीं होता। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और विरोधी टीम के दबाव को झेलने की आदत डालने में समय लगता है। ऐसी कोई भी टीम नहीं है, जिसके खिलाफ आप आसानी से रन बना सकें।
उन्होंने कहा, किसी भी खिलाड़ी के लिए लय में बने रहना अहम है। आप कितना भी अभ्यास करें लेकिन मैदान के भीतर हालात अलग होते हैं। इसके लिए लगातार क्रिकेट खेलते रहना जरूरी है। इससे लय बनाए रखने में मदद मिलती है। Photo courtesy: Instagram