मार्कंडेय ने 23 रन देकर 3 विकेट चटके जिसमें विरोधी टीम के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी का विकेट भी शामिल है। धोनी का विकेट उनकी गेंदबाजी का मुख्य आकर्षण था, जो गुगली को नहीं समझ सके और पगबाधा आउट हो गए। हरफनमौला ड्वेन ब्रावो की मैच जिताऊ 30 गेंद में 68 रन की आतिशी पारी ने उनकी चमक को थोड़ा फीका कर दिया।
मुंबई इंडियंस के मुख्य कोच महेला जयवर्धने भी उन लोगों में शामिल है, जो 20 साल के इस युवा गेंदबाज से खासे प्रभावित है। पंजाब के बठिंडा के मार्कंडेय ने आईपीए में पदार्पण से पहले विजय हजारे (50 ओवर) और सैयद मुश्ताक अली (20 ओवर) जैसे सीमित ओवरों के 10 मैचों में 15 विकेट लिए है।
जयवर्धने ने कहा कि मुझे लगता है उसने शानदार गेंदबाजी की, हमने टीम शिविर में जब उसे पहली बार देखा तभी से उस पर भरोसा हो गया। हमें पता था कि वह खास है। मार्कंडेय और (राहुल) चहार हमारे लिए 2 ट्रॉयल मैच भी खेले। श्रीलंका के पूर्व कप्तान ने कहा उनकी सटीकता उन्हें खास बनाती है। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है उनकी सटीकता उन्हे खास बनाती है। वह जिस तरह गेंद को छोड़ते है और विविधताओं पर नियंत्रण रखते है वह उन्हें दूसरे लेग स्पिनर से थोड़ा अलग बनाता है। (भाषा)