उन्होंने कहा, ‘मैं 24 जुलाई को तीन बसों और तीन घंटे से अधिक समय तक यात्रा करने के बाद अपने अस्पताल पहुंचा और तब से पूरे मनोयोग से अपना काम कर रहा हूं। मुझे हर दिन आठ घंटे काम करना पड़ता है और इस बीच मैं कोविड-19 के 15 से 20 संदिग्ध मरीजों को देखता हूं। मैं उनकी छाती का एक्सरे करता हूं।’
उन्होंने कहा, ‘मैं 24 मई के बाद अपने घर नहीं गया। अस्पताल ने मुझे ठहरने के लिए जगह उपलब्ध कराई है और मैं वहीं रहता हूं। मैं इसके लिए होटल प्रबंधन का आभारी हूं।’ जोशी ने कहा, ‘मेरी पत्नी और बेटियां मेरी सुरक्षा को लेकर चिंतित रहती है लेकिन तब भी वे मुझे काम जारी रखने के लिए प्रोत्साहित करती है। वे चाहती हैं कि मैं अपनी सुरक्षा के लिए जरूरी उपाय करूं। उनका सहयोग मेरे लिए काफी मायने रखता है।’
उन्हें खुशी है कि मुंबई क्रिकेट संघ ने उनके काम की प्रशंसा की। अब तक 11 टेस्ट, 21 वनडे और 5 टी20 अंतरराष्ट्रीय में आधिकारिक स्कोरर रहे जोशी ने कहा, ‘मुंबई क्रिकेट संघ के कुछ अधिकारियों ने मुझसे बात करके मेरे काम की प्रशंसा की। इससे भी मुझे प्रेरणा मिली।’ (भाषा)