हुसैन ने सोनी टेन चैनल के कार्यक्रम ‘पिट स्टॉप’ से कहा, ‘अगर रोहित शर्मा टेस्ट मैच के सलामी बल्लेबाज नहीं हैं, तो मैं शायद एक अलग खेल देखूंगा। आप अगर मौजूदा दौर के क्रिकेटरों से उनके पसंदीदा खिलाड़ी के बारे में पूछेंगे तो उनमें से कई रोहित शर्मा का नाम लेंगे।’
उन्होंने कहा, ‘इस दौर के खिलाड़ी रोहित की बल्लेबाजी देखकर कहते है कि इसके पास शॉट लगाने के लिए काफी समय होता है।’ एकदिवसीय क्रिकेट में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुके रोहित ने अब तक सिर्फ 32 टेस्ट खेले है।
हुसैन ने कहा, ‘टेस्ट क्रिकेट में शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों पर क्रीज पर समय बिताना होता है, यहां तकनीक की भी जरूरत होती है। आपको अपने ऑफ स्टंप का वैसे ध्यान रखना होता है जैसे विराट कोहली ने इंग्लैंड के पिछले दौरे पर जेम्स एंडरसन के खिलाफ किया था। इससे वह इंग्लैंड के पहले के दौरे की असफलता से उबरने में सफल रहे थे, यह टेस्ट क्रिकेटर की पहचान है।’
उन्होंने कहा, ‘भारतीय टीम जब विदेशी दौरे पर जाए और गेंद स्विंग हो तो रोहित को भी ऐसा ही करना होगा। उसे सिर्फ आधा घंटा बिताना है और गेंदबाज से कहना है कि मैं अगले आधे घंटे तक स्लिप में खड़े खिलाड़ी की भूमिका को खत्म कर दूंगा।’ भारतीय टीम को इस साल के आखिरी में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर चार टेस्ट मैच खेलने है। (भाषा)