सैनी ने मैच के बाद कहा, ‘जब मैं जाकर वीडियो देखूंग तो मुझे पछतावा होगा। अगर मैं आउट नहीं होता तो शायद नतीजा अलग हो सकता था। मुझे पछतावा होगा कि मैं इतने करीब पहुंच गया और शायद थोड़ा और करीब पहुंच गया होता।’
उन्होंने कहा, ‘हमें लगता कि विकेट सपाट था और अगर हम अंत तक रहते तो मैच करीबी हो सकता था। इलिए हम जितना संभव हो, योगदान देने की कोशिश कर रहे थे और मैच को अंत तक ले जाने के प्रयास में थे। जडेजा ने मुझे कहा कि अगर तुम्हें बाउंड्री लगाने के लिए गेंद मिलती है तो ऐसा करना। वर्ना एक या दो रन लेते रहना और संयमित बने रहो, हम मैच केा अंत तक ले जा सकते हैं।’
सैनी ने कहा, ‘यह अच्छी चीज है कि निचला क्रम इस तरह खेल रहा है। अगर हर कोई प्रदर्शन करता है तो इसे टीम प्रयास कहा जाता है। अगर बल्लेबाज रन नहीं जुटा पाते तो गेंदबाजों को अच्छा करना चाहिए। अगर गेंदबाज विकेट नहीं चटका रहे तो क्षेत्ररक्षकों को मदद करनी चाहिए। आखिर में यह टीम है।’
उन्होंने कहा, ‘मैं सोच रहा था कि मुझे लंबे समय बाद बल्लेबाजी का मौका मिल रहा है। जैसे ही मैंने बाउंड्री लगाई, मैं हैरान हो गया कि गेंद अच्छी तरह बल्ले पर आ रही थी।’