टी20 विश्व कप और भारतीय टीम के ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं क्योंकि अभी यात्रा संबंधी पाबंदियां लगी हुई है और यह भी सुनिश्चित नहीं है कि कोविड-19 महामारी को नियंत्रित करने में कितना समय लगेगा। अगर ये दोनों टूर्नामेंट नहीं होते हैं तो क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को 30 करोड़ ऑस्ट्रेलियाई डॉलर का नुकसान हो सकता है।
कोलबेक ने सोमवार को सेन रेडियो से कहा, ‘मैं ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच टेस्ट श्रृंखला देखना चाहूंगा। मैं वास्तव में चाहता हूं कि विश्व कप तय कार्यक्रम के अनुसार आयोजित किया जाए।’ उन्होंने कहा, ‘टीमें इतना बड़ा मुद्दा नहीं है जितना दर्शक हैं और यह एक ऐसी बाधा है जिसके बारे में वास्तव में हमें विचार करना होगा और विश्व क्रिकेट को भी जिसके बारे में गंभीरता से सोचना होगा।’
मंत्री ने कहा कि कोविड-19 पर नियंत्रण के बाद टीमों की मेजबानी करने से जुड़े मसलों से निबटा जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘हम सभी परिस्थितियों में अंतर को समझते हैं लेकिन जहां तक टीमों का मसला है तो मुझे लगता है कि हम खेल और खिलाड़ियों के सहयोग से कुछ नियम तय कर सकते हैं जो कि बेहद महत्वपूर्ण हैं। अगर हम टूर्नामेंट का आयोजन करते हैं तो निश्चित अवधि तक पृथक रहना और जैव सुरक्षा प्रोटोकाल जरूरी है।’
टी20 विश्व कप 18 अक्टूबर से शुरू होना है जबकि भारत का ऑस्ट्रेलिया दौरा इससे पहले टी20 त्रिकोणीय श्रृंखला से शुरू होगा और दिसंबर में चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला के साथ समाप्त होगा। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने हाल में कहा था कि 16 देशों के इस टूर्नामेंट के आयोजन की तैयारियां अब भी चल रही हैं और इस पर अंतिम फैसला अगस्त में किया जाएगा।
ऑस्ट्रेलिया अपने क्रिकेट बोर्ड को भारी वित्तीय नुकसान से बचाने के लिए भारतीय टीम के लिये यात्रा छूट देने पर विचार कर रहा है लेकिन कोलबेक ने कहा कि उन्हें टी20 विश्व कप के लिए अन्य देशों को छूट देने में सावधानी बरतने की आवश्यकता है उन्होंने कहा, ‘इन सब मसलों पर चर्चा चल रही है।’ (भाषा)