मैक्सवेल ने कहा, ‘बुधवार रात की बात करूं तो मैं जब बल्लेबाजी के लिए क्रीज पर आया तो 15 ओवर खेलने बाकी थे। और जब तक मैं 80 या 100 रन की पारी खेल रहा हूं और अगर मैं यह छठे या सातवें पर बल्लेबाजी करते हुए कर रहा हूं तो यह मायने नहीं रखता। यह सिर्फ मौकों का फायदा उठाने के बारे में हैं।’
उन्होंने साथ ही कहा, ‘यह इतना आसान नहीं है कि आओ और इस तरह का खेल दिखायो क्योंकि गेंद थोड़ी पुरानी हो चुकी होती है, विकेट भी यहां थोड़ा तेज हो जाता है। रात में भी मैच के अंत में विकेट सूख रहा था और इस पर खरोंच आई हुई थी।’
मैक्सवेल ने कहा, ‘वनडे क्रिकेट में अंत में आना इतना आसान नहीं होता। इसलिए अच्छा यही होगा कि मैं बल्लेबाजी क्रम में थोड़ा ऊपर आऊं लेकिन यह निर्भर करता है कि शीर्ष चार या शीर्ष पांच में क्या होता है। अगर मौका मिलता है तो मैं निश्चित रूप से इसे लेना चाहूंगा।’ (भाषा)