ग्रुप स्टेज के शेष 30 मैचों के बाद प्लेऑफ होगा और 24 जून को फाइनल खेला जाएगा। टूर्नामेंट के बाकी बचे हिस्से में छह डबल हेडर मुकाबले होंगे, जिसमें 21 जून को होने वाला क्वालीफायर और एलिमिनेटर एक भी शामिल है। इससे पहले पाकिस्तान में टूर्नामेंट के केवल 15 मैच ही हो पाए थे। बायो-बबल में कोरोना मामलों के चलते चार मार्च को टूर्नामेंट स्थगित कर दिया गया था, हालांकि पीसीबी ने सभी लॉजिस्टिक चुनौतियों को पार करने के बाद आखिरकार टूर्नामेंट को यूएई शिफ्ट कर दिया था।
पीसीबी को पीएसएल के शेष मैचों को अबु धाबी में स्थानांतरित करने के लिए पाकिस्तान सरकार के साथ संघर्ष करना पड़ा है, क्योंकि प्रोडक्शन क्रू के कई सदस्य भारत से थे और भारत में कोरोना के प्रकोप के कारण भारत से यूएई के लिए यात्रा पर प्रतिबंध है। पीएसएल में खेलने के लिए बीते दिनों चार्टर उड़ानों से पाकिस्तान से यूएई पहुंचे खिलाड़ियों एवं सपोर्ट स्टाफ के सदस्यों ने बुधवार को अपना सात दिन का क्वारंटीन पूरा कर लिया है।
इतना ही नहीं इस्लामाबाद यूनाइटेड और लाहौर कलंदर्स ने अपना पहला प्रशिक्षण सत्र भी कर लिया है। टीमें तीन से आठ जून तक अभ्यास करेंगी, जबकि नौ जून को इस्लामाबाद यूनाइटेड और लाहौर कलंदर्स के बीच पहला मैच खेला जाएगा।
पीसीबी प्रमुख वसीम खान ने एक बयान में कहा, “ पीसीबी और फ्रैंचाइजी के बीच इस बात पर सहमति थी कि शेष मैचों को 2021 में पूरा करना अनिवार्य है, ताकि हमारे पास पीएसएल के सातवें संस्करण के लिए पूरा 2022 हो। मैं सभी प्रशंसकों को आश्वस्त कर सकता हूं कि हमारी प्राथमिकता हमेशा पाकिस्तान में पूरा टूर्नामेंट देने की रही है। तनावपूर्ण परिस्थितियों के कारण हमें बाकी मैचों के लिए दूसरा विकल्प चुनना पड़ा है। ”(वार्ता)