नई दिल्ली:श्रीलंका दौरे पर कोच का स्स्पेंस अब खत्म हो चुका है। वैसे तो बतौर मुख्य कोच राहुल द्रविड़ के नाम की घोषणा मात्र औपचारिकता मात्र ही थी लेकिन यह काम भी आज बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने पूरा कर दिया जिन्होंने राहुल द्रविड़ के साथ कई यादगार पारियां खेली है। बोर्ड के महासचिव जय शाह ने भी मीडिया में यह आधिकारिक बयान दिया कि राहुल द्रविड़ ही श्रीलंका दौरे पर टीम इंडिया के कोच होंगे।
समझा जाता है कि द्रविड़ और म्हाम्ब्रे को टीम के सपोर्ट स्टाफ में नियुक्त किए जाने की काफी ज्यादा उम्मीद की जा रही थी, लेकिन दिलीप का इसमें शामिल होना आश्चर्यजनक है। 39 वर्षीय दिलीप वर्तमान में हैदराबाद टीम के फील्डिंग कोच हैं, जो पहले भारत ए टीम से भी जुड़े रहे हैं। 2019 में भारतीय टीम के सपोर्ट स्टाफ के सदस्यों का साक्षात्कार लेने वाली एमएसके प्रसाद की अगुवाई वाली चयन समिति, ने उन्हें उनके कोचिंग कौशल के लिए उच्च दर्जा दिया था। दिलीप ने लेवल तीन का कोचिंग कोर्स भी पूरा किया है।
उल्लेखनीय है कि पांच नेट गेंदबाजों के साथ श्रीलंका दौरे पर जाने वाली 20 सदस्यीय भारतीय टीम सोमवार को मुंबई में अनिवार्य क्वारंटीन शुरू कर सकती है। 14 दिनों की क्वारंटीन अवधि के बाद उसके 27 जून को श्रीलंका के लिए रवाना होने की उम्मीद है। श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) के सूत्रों के मुताबिक श्रीलंका पहुंचने पर भारतीय टीम को तीन दिन के सख्त क्वारंटीन से गुजरना होगा। इस दौरान खिलाड़ियों को केवल कमरों तक ही सीमित रहना है और फिर तीन दिन का सॉफ्ट क्वारंटीन होगा, जिसके बाद टीम को अभ्यास करने की अनुमति दी जाएगी। भारतीय टीम को पड़ोसी देश के खिलाफ 13 से 25 जुलाई तक तीन वनडे और तीन टी-20 मुकाबले खेलने हैं।
समझा जाता है कि श्रीलंका रवाना होने से पहले कोई तैयारी शिविर न होने के कारण राहुल द्रविड़ ने 13 जुलाई को पहले मुकाबले से कम से कम सात दिन पहले अभ्यास पर जोर दिया है। टीम के लिए यहां कोई अभ्यास मैच तो निर्धारित नहीं किया गया है, लेकिन भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) ने कोलंबो में इंट्रा-स्क्वाड वार्म-अप मैचों की व्यवस्था की है। बीसीसीआई पहले ही कह चुका है कि सभी छह मैच कोलंबो के आर प्रेमदासा इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेले जाएंगे।