संजू सैमसन टीम के कप्तान हैं और सलामी बल्लेबाज हैं। पिछले कुछ सत्रों में उनकी कप्तानी पर सवाल उठे हैं। कभी टीम बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाती तो कभी वह खुद। साल 2008 में पहली बार आईपीएल का खिताब जीतने के बाद राजस्थान में जीत का सूखा है।
पिछले सत्र में भी टीम एलिमिनेटर में हैदराबाद से हारकर बाहर हो गई थी जिस टीम के खिलाफ टीम को अपना पहला मैच खेलना है।टीम के साथ सबसे बड़ी समस्या यह है कि टीम ने कई अहम खिलाड़ी नीलामी में गंवा दिए हैं जिससे बल्लेबाजी क्रम खासा खोखला नजर आ रहा है।
ताकत
राजस्थान का शीर्ष क्रम मजबूत- यह लगभग तय है कि यशस्वी जायसवाल और कप्तान संजू सैमसन टीम के लिए सलामी बल्लेबाजी करने के लिए उतरेंगे। तीसरे नंबर पर इंडीज के शिमरन हिटमायर को उतारा जा सकता है। अगर यह तीनों बड़ी साझेदारी करते हैं तो राजस्थान का स्कोर बड़ा हो सकता है। लेकिन फिर भी टीम के लिए चिंता के सबब कई हैं। अच्छी बात यह है कि नितीश राणा को टीम ने बतौर ऑलराउंडर रखा है। बीच के ओवरों में वह रन गति कैसे बढ़ा पाते हैं, यह देखने वाली बात होगी।
कमजोरी-
टीम का गेंदबाजी क्रम- टीम का गेंदबाजी क्रम देखने पर संतुष्टि नहीं देता। जोफ्रा आर्चर अब अपने नैसर्गिक अंदाज में गेंदबाजी नहीं कर पा रहे हैं। फजलह फारुकी ने T20I World Cup में अच्छी गेंदबाजी की थी। वहीं महीष तीक्ष्णा को चेन्नई जैसा प्रदर्शन दोहराने का दबाव होगा। संदीप शर्मा टीम में रहेंगे ही।
वैभव सूर्यवंशी पर रहेंगी निगाहें
बिहार के 13 वर्ष के वैभव सूर्यवंशी आईपीएल की किसी टीम से जुड़ने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बन गए जिन्हें मेगा नीलामी में राजस्थान रॉयल्स ने एक करोड़ दस लाख रूपए में खरीदा था।नीलामी में सूर्यवंशी का बेसप्राइज 30 लाख रूपए था और दिल्ली कैपिटल्स ने पहली बोली लगाई थी। राजस्थान ने दिल्ली को पछाड़कर इस खिलाड़ी को खरीदा था।लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या इस साल वह अंतिम ग्यारह में शामिल होंगे या फिर ड्रिंक्स ब्वाए बनकर रहेंगे। जो भी हो, उनका नाम सुर्खियों में तो रहेगा ही।