बीसीसीआई ने अपनी विशेष आम बैठक (एसजीएम) में यह फैसला लिया और आरसीए को पूर्व आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी से दूर रहने की हिदायत के साथ उस पर लगाए गए चार वर्ष पुराने बैन को हटा लिया। बीसीसीआई के कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना ने कहा, आरसीए पर से कुछ हिदायतों के साथ लगाए गए निलंबन को अब हटाने का फैसला किया गया है।
गौरतलब है कि बीसीसीआई द्वारा निलंबित किए गए ललित मोदी को आरसीए ने दोबारा से अपना अध्यक्ष चुना था, जिसके बाद भारतीय बोर्ड ने कड़ा कदम उठाते हुए आरसीए पर मई 2014 में बैन लगा दिया था। निलंबन लगाए जाने के बाद से ही बीसीसीआई ही आरसीए का संचालन कर रहा है।
हालांकि बीसीसीआई का संचालन कर रही प्रशासकों की समिति (सीओए) ने आरसीए का कामकाज देख रही तदर्थ समिति को रद्द कर दिया है, जिसके प्रमुख खन्ना थे। इस कदम के बाद माना जा रहा था कि आरसीए पर लगाया गया बैन हटाया जा सकता है।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान क्रिकेट संघ ने इस निलंबन के खिलाफ अदालत का दरवाजा भी खटखटाया था। कुछ समय पहले आरसीए ने मोदी के बेटे रूचिर मोदी को भी आरसीए में शामिल करने के प्रयास किए थे। आरसीए के उच्च न्यायालय की निगरानी में जून में दोबारा कराए गए चुनाव में कांग्रेस नेता सीपी जोशी को अध्यक्ष चुना गया था जिन्होंने मोदी के बेठे रूचिर को हराया था। (वार्ता)