भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने रविवार कहा कि तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के लिए ऑस्ट्रेलिया में टीम के दरवाजे पूरी तरह से खुले हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि हम उनकी फीट को लेकर किसी जल्दबाजी में नहीं है।
एडिलेड में गुलाबी गेंद टेस्ट में भारत को 10 विकेट से मिली हार के बाद संवाददाता सम्मेलन में रोहित शर्मा ने कहा कि शमी के लिए ऑस्ट्रेलिया में दरवाजे खुले लेकिन वह चाहते हैं कि शमी पूरी तरह से फिट होने के बाद ही टीम में लौटें। टीम उनको लेकर किसी तरह की जल्दबाजी में नहीं है।
हालांकि 10 विकेट की हार के बाद यह खबर भी सामने आई कि न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट के दौरान रोहित शर्मा और मोहम्मद शमी के बीच कुछ बहसबाजी हुई थी। वहीं सब क्रिकेट प्रशंसक यह भी देख रहे हैं कि शमी लगातार सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में खेल रहे हैं लेकिन रोहित ने इस टूर्नामेंट के दौरान शमी के घुटने में आई सूजन की बात उठा दी जिसे शमी ने नकारा था। ऐसे में यह माना जा सकता है कि दोनों के बीच कुछ ठीक नहीं चल रहा।
बहरहाल रोहित ने कहा, “शमी के लिए टीम के दरवाजे हमेशा से खुले हैं। हम उन्हें लगातार मॉनिटर कर रहे हैं। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी खेलते हुए, उनके घुटने में फिर से सूजन आ गई थी। उस कारण से टेस्ट मैच के खेलने के लिए वह जो तैयारी कर रहे हैं, उसको थोड़ा झटका लगा है। हम उनके साथ बेहद सतर्क रहना चाहते हैं। ऐसा न हो कि उन्हें टीम में लाया जाए और फिर से उन्हें कुछ समस्या हो जाए। हम चाहते हैं कि वह पूरी तरह से फिट होने के बाद ही टीम में लौटें। हम यह बिल्कुल नहीं चाहते कि उन पर टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन करने के लिए किसी तरह का दबाव डाला जाए।”
पर्थ टेस्ट में तो जसप्रीत बुमराह की बेहतरीन गेंदबाजी के कारण भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक मुश्किल परिस्थिति में भी वापसी करने में सफल रही थी। लेकिन भारत एडिलेड में ऐसा देखा गया कि बुमराह जिस दबाव को बना रहे हैं, उसे आगे ले जाने के लिए उन्हें एक और गेंदबाज की आवश्यकता थी।
उन्होंने कहा, “वह काफी समय से टेस्ट क्रिकेट से दूर हैं। कुछ ऐसे पेशेवर हैं, जो लगातार उन्हें मॉनिटर कर रहे हैं। जब भी वह मैच खेलते हैं तो उसके बाद और उसके पहले भी उनकी फिटनेस को मॉनिटर किया जाता है। हम उनकी वापसी को लेकर और उनके फिटनेस के संदर्भ में बेहद सतर्क रहना चाहते हैं।”