नई दिल्ली। भारतीय एकदिवसीय टीम के उपकप्तान रोहित शर्मा ने टीम में शामिल होने के लिए अनिवार्य यो यो टेस्ट को आज सफलता पूर्वक पूरा करने के बाद आलोचकों पर निशाना साधा। ब्रिटेन दौरे के लिए एकदिवसीय टीम के खिलाड़ियों ने 15 जून को यो यो टेस्ट दिया था जिसमें रोहित के शामिल नहीं होने पर सवाल उठाए गए थे। पिछले सप्ताह हुए यो यो टेस्ट में अंबाती रायुडू को छोड़कर सभी खिलाड़ी इसमें सफल रहे थे जिसमें कप्तान विराट कोहली और पूर्व कप्तान महेन्द्रसिंह धोनी भी शामिल थे।
रोहित ने निजी प्रतिबद्धता के कारण बीसीसीआई से 15 जून को इस टेस्ट में भाग नहीं लेने के लिए अनुमति ली थी। बीसीसीआई के महाप्रबंधक (क्रिकेट परिचालन) सबा करीम ने कहा कि रोहित के लिए 15 जून को यो-यो टेस्ट देना अनिवार्य नहीं था क्योंकि उन्होंने पहले से मंजूरी ली थी। रोहित ने आज सोशल मीडिया पर जानकारी दी कि उन्होंने बेंगलुरु स्थित राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में आज टेस्ट पास कर लिया है।
रोहित ने अपनी फिटनेस पर सवाल उठाने वाले मीडिया के एक वर्ग पर निशाना भी साधा। उन्होंने ट्वीट किया कि मैं अपना समय कहां और कैसे बिताता हूं इस बारे में किसी को दखल देने का हक नहीं है। जब तक मैं नियमों का पालन करता हूं तब तक मुझे अपने तरीके से समय बिताने का अधिकार है। असल मुद्दों पर चर्चा करिए। कुछ चैनलों को मैं बताना चाहूंगा कि यो यो टेस्ट में सफल होने के लिए मुझे एक मौका मिला जो आज था।
इससे पहले बीसीसीआई ने रोहित के यो-यो टेस्ट में क्वालीफाई नहीं करने की स्थिति में टेस्ट टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे को विकल्प के तौर पर तैयार रहने के लिए कहा था। हाल के दिनो में टेस्ट टीम में शामिल मोहम्मद शमी और एकदिवसीय टीम के लिए चुने गए अंबाती रायुडू के अलावा भारत ए के इंग्लैंड दौरे के लिए चुने संजू सैमसन यो-यो टेस्ट में विफल हो गए थे।