भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि केपटाउन में मिली जीत हमारी सर्वश्रेष्ठ टेस्ट मैच जीत में से एक है। उन्होंने जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज के गेंदबाजी आक्रमण का सराहना की।गौरतलब है कि यह केपटाउन में भारत की पहली टेस्ट जीत है।इसके अलावा इस मैदान पर टेस्ट जीतने वाले रोहित शर्मा पहले एशियाई कप्तान बने हैं। वहीं महेंद्र सिंह धोनी के बाद दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट सीरीज बराबरी करने वाले वह पहले भारतीय कप्तान बने हैं।
भारत को कल सात विकेट से मिली जीत के बाद रोहित ने कहा, “यह हमारी सर्वश्रेष्ठ टेस्ट मैच जीत में से एक है। केपटाउन में इससे पहले कोई भी टेस्ट नहीं जीत पाने के कारण अन्य टेस्ट जीत की तुलना में यह काफी खास है। ऐसे तो हर टेस्ट मैच का अपना अलग महत्व होता है और उनकी तुलना करना भी काफी कठिन है। गाबा में भी हमने जो टेस्ट मैच जीता था, वह भी काफी खास था। उस मैदान पर उससे पहले ऑस्ट्रेलिया को हरा पाना काफी कठिन था। वहां उन्हें आखिरी बार 1988 में किसी टेस्ट में पराजय मिली थी। 23, 24 साल (32 साल) बाद हमने वहां टेस्ट मैच जीता। यह एक प्रकार से उनका किला बन गया। वे वहां कभी कोई टेस्ट मैच नहीं हारते।”
The past is in the past & #TeamIndia made significant amends coming into the 2nd Test! #RohitSharma lauds the team for keeping it simple & the intensity up to record a historic win at Cape Town - the first Asian team to achieve this feat!
उन्होंने कहा कि जिस तरह से हमने वह टेस्ट मैच जीता वह काफी महत्वपूर्ण था। उस सीरीज में हम 0-1 से पीछे चल रहे थे। इसके बाद हम मेलबर्न में जीते और फिर हमने सिडनी में टेस्ट मैच ड्रा कराया। फिर अंत में ब्रिस्बेन में जीत हासिल की। यह जरूर है कि हम टेस्ट जीत की रैंकिंग नहीं कर सकते लेकिन केपटाउन में मिली जीत बहुत ही ज्यादा खास है, क्योंकि इससे पहले हमने कभी भी यहां पर कोई टेस्ट मैच नहीं जीता था।
उन्होंने कहा, “हमें पता था कि यह बड़े स्कोर वाला मैच नहीं होगा। इसी कारण से हम अपनी गेंदबाजी में अनुशासित रहना चाह रहे थे। हम ज्यादा प्रयोग नहीं करते हुए चीजो को आसान रखने का प्रयास कर रहे थे। एक बार जब हमने उन्हें 55 रन पर ऑलआउट कर दिया, तो हमने बल्लेबाजों से बात की और उन्हें बताया कि हमें इस मैच में छोटे-छोटे योगदान की जरूरत है। ईमानदारी से कहूं तो शीर्ष चार या पांच बल्लेबाजो ने काफी धैर्य दिखाया। हम जानते थे कि यहां पहली पारी की बढ़त महत्वपूर्ण होने वाली थी।”
उन्होंने कहा, “मैंने कभी नहीं सोचा था कि हम बिना रन बनाये छह विकेट खो देंगे। यह थोड़ा निराशाजनक था लेकिन क्रिकेट में ऐसा होता रहता है। हालांकि जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज ने हमारी गेंदबाजी आक्रमण का बेहतरीन नेतृत्व किया। उन्होंने गेंद को सही क्षेत्र में डाला और पिच को बाकी काम करने दिया और उन्हें इसका इनाम भी मिला।”रोहित ने कहा, “उस पिच पर कोई भी स्कोर बनाना चुनौतीपूर्ण था। यशस्वी जयसवाल ने काफी खुलकर खेला। हमने इस बारे में चर्चा भी की थी कि अगर गेंद हमारे पाले में रही तो हमें अपने शॉट खेलने हैं।”
उन्होंने कहा, “जब हम आज मैदान पर आए तो हमें पता था कि अगर हमने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया तो दक्षिण अफ्रीका की टीम अच्छे स्कोर तक पहुंच सकती है। हालांकि हमने अच्छी शुरुआत की और हमें पहले ही ओवर में विकेट मिल गया। इसके बाद हमारे पास एडेन मारक्रम के खिलाफ कुछ योजना थी लेकिन उन्होंने शानदार पारी खेली।”उन्होंने कहा, “हम बुमराह के क्लास को जानते हैं। हमें पता है कि वह टीम में किस प्रकार की गुणवत्ता लेकर आते हैं। उन्होंने छह विकेट हासिल करते हुए हमें मैच में बनाये रखने का काम किया।”