तेंदुलकर को हालांकि लगता है कि अगर अर्जुन को अगर सफलता नहीं मिलती है तो उनके लिए मौके खत्म नहीं होंगे। इससे वह और मजबूत बनेंगे। उन्होंने कहा, मेरे लिए यह जरूरी है कि वह क्रिकेट को लेकर जूनूनी रहे और इस खेल से उसका लगाव बना रहे। इस दौरान अच्छा और बुरा दौर आएगा। उसके पास हर सुबह अपने सपनों के पीछे भागने की वजह होनी चाहिए।