इस खिलाड़ी के करीबी सूत्र ने कहा, ‘सचिन ने फैसला किया कि यह जश्न मनाने का समय नहीं है। उनका मानना है कि इस महामारी से लड़ने में अग्रणी भूमिका निभा रहे चिकित्सकों, नर्सों, चिकित्सा सहायकों, पुलिसकर्मियों, सैनिकों का आभार व्यक्त करने का यह सर्वश्रेष्ठ तरीका हो सकता है।’
इससे पहले जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में कोरोना को रोकने के लिए देश में पहली बार 21 दिनों का लॉकडाउन करने का ऐलान किया था, तब सचिन गरीबों लिए मसीहा बनकर सामने थे और एक एनजीओ 'अपनालय' के साथ मिलकर उन्होंने 5 हजार जरूरतमंद लोगों के राशन के लिए पैसे दिए थे।
तब सोशल मीडिया पर अपनालय ने ट्वीट करके लिखा था, 'धन्यवाद, सचिन तेंदुलकर आगे आकर अपनालय की मदद करने के लिए और उन सबकी मदद करने के लिए, जो इस लॉकडाउन में सबसे ज्यादा मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। आप एक महीने के लिए 5 हजार लोगों के राशन का इंतजाम करने के लिए आगे आए। ऐसे और भी कई लोग हैं, जिनको सहायता की जरूरत है।'