प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 500 से अधिक विकेट लेने वाले झारखंड के बाएं हाथ के गेंदबाज शहबाज नदीम ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है।
नदीम ने कहा, “मैं काफी समय से अपने संन्यास के फैसले पर विचार कर रहा था और अब मैंने यह फैसला किया है कि मैं तीनों प्रारुपों से संन्यास ले रहा हूं। मुझे हमेशा से ऐसा लगता है कि जब आपके पास कोई मोटिवेशन हो तो आप हमेशा ख़ुद को अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करते रहते हैं। हालांकि अब मुझे जब पता है कि भारतीय टीम में मुझे मौका नहीं मिल सकता तो यह बेहतर है कि मैं युवा क्रिकेटरों को मौका दूं। साथ ही अब मैं दुनिया भर की टी-20 लीग में खेलने का भी मन बना रहा हूं।”
नदीम ने भारत के लिए दो टेस्ट मैच खेले। उन्होंने 2019 में रांची में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मुकाबले में पर्दापण किया था। इस मैच में उन्होंने चार विकेट लिए थे। इसके बाद उन्हें 2021 में इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई में एक मैच खेलने का मौका मिला था। इस मैच में उन्होंने दोहरा शतक जड़ने वाले जो रूट का विकेट समेत 4 विकेट लिए थे लेकिन बल्ले से वह कुछ खास नहीं कर पाए थे।
साथ ही आईपीएल में उन्होंने दिल्ली डेयरडेविल्स और सनराइजर्स हैदराबाद की टीम से कुल 72 मैच खेले। उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट के 140 मैचों में 28.86 की औसत से कुल 542 विकेट लिए हैं। इसके अलावा लिस्ट में 175 और टी20 में उनके नाम 125 विकेट हैं।
उन्होंने कहा, “मैं हमेशा चाहता हूं कि अधिक भावुक होकर कोई फैसला न लिया जाए। मैं 20 साल से झारखंड की टीम से खेल रहा हूं। भले ही हम रणजी ट्रॉफी नहीं जीत पाए हैं लेकिन हमने एक मजबूत टीम की आधारशीला रखी है, जो हर दूसरे-तीसरे वर्ष रणजी या अलग-अलग घरेलू टूर्नामेंट के नॉकआउट में पहुंचती है। आज घरेलू क्रिकेट में कोई भी झारखंड की टीम को हल्के में नहीं लेता है। मुझे ऐसा लगा कि अब मुझे यह काम युवाओं को सौंपना चाहिए और मुझे पूरा विश्वास है कि वह हमारी टीम के लिए आने वाले समय में बड़ी ट्रॉफी जीतेंगे।”
नदीम 2015-16 और 2016-17 में रणजी ट्रॉफी के सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे। इसके अलावा 2018 के विजय हजारे ट्रॉफी में भी वह सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे। साथ ही 2018 के विजय हजारे ट्रॉफी में उन्होंने राजस्थान के खिलाफ सिर्फ 10 रन देकर आठ विकेट लेते हुए विश्व रिकॉर्ड बनाया था। वर्ष 2013 से 2020 तक उन्होंने इंडिया ए के लिए खेलते हुए 28.46 की औसत से सर्वाधिक 83 विकेट भी लिए थे।