रणजी ट्रॉफी से लंबे समय तक कन्नी काट रहे विकेट कीपर बल्लेबाज ईशान किशन और श्रेयस अय्यर को आज भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड से झटका मिल गया है। दोनों ही बल्लेबाजों पर अनुशासनहीनता का आरोप था। इसकी सजा दोनों ही बल्लेबाजों को आज मिल गई जब बोर्ड ने अपने केंद्रीय अनुबंध की सूची की घोषणा की।
बीसीसीआई ने बयान में कहा,कृपया ध्यान दें कि वार्षिक अनुबंध के लिए श्रेयस अय्यर और ईशान किशन के नाम पर विचार नहीं किया गया।बयान में कहा गया है,बीसीसीआई ने सिफारिश की है कि सभी खिलाड़ी जब राष्ट्रीय टीम का प्रतिनिधित्व नहीं कर रहे हों तो वे घरेलू क्रिकेट में खेलने को प्राथमिकता दें।
किशन 22 मार्च से शुरू होने वाले Indian Premier League (IPL) 2024 सीज़न की तैयारियों में लगे हुए हैं और कहा गया है कि अय्यर पीठ की हल्की ऐंठन की समस्या से जूझ रहे हैं और ऐसा लगरहा था कि BCCI इन दोनों से खुश नहीं है और उन्हें रणजी ट्रॉफी नहीं खेलने के लिए नए केंद्रीय अनुबंध (Central Contract 2023-24) से बाहर किया जा सकता है, और आज वैसा ही हुआ। खिलाड़ियों को घरेलू लाल गेंद का टूर्नामेंट में खेलना अनिवार्य करने के बीसीसीआई के आदेश के बावजूद इन दोनों ने BCCI की बात नहीं मानी।
इस साल की शुरुआत में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में भाग नहीं लेने का फैसला करने के बाद से किशन भारतीय टीम के लिए उपलब्ध नहीं हैं, मानसिक थकान के कारण वे भारत वापस लौट आए थे और श्रेयस की बात करें तो, अय्यर को इंग्लैंड के खिलाफ अंतिम तीन टेस्ट मैचों के लिए भारतीय टीम से बाहर किया गया।श्रेयस अय्यर इंग्लैंड के खिलाफ एक भी 50 रनों की पारी नहीं खेल पाए जिससे मध्यप्रदेश के रजत पाटीदार को मौका मिला।
Players contracts of Ishan Kishan and Shreyas Iyer terminated. The @BCCI has cracked the whip and excluded the two from the list