आईसीसी विश्व कप में भारतीय टीम के सेमीफाइनल से बाहर हो जाने के बाद उम्मीद जताई जा रही थी कि चयनकर्ता युवा खिलाड़ियों को टीम में मौका देंगे। वेस्टइंडीज दौरे के लिए मनीष पांडे और बल्लेबाज श्रेयस अय्यर को भी मौका दिया गया है जिनका हाल ही में समाप्त वेस्टइंडीज दौरे में भारत ए टीम की ओर से अच्छा प्रदर्शन रहा था।
लेकिन 19 साल के गिल को ट्वंटी-20 और वनडे टीम दोनों में जगह नहीं मिल सकी जिसपर उन्होंने निराशा जताई है। हालांकि उन्होंने एक वेबसाइट को दिए साक्षात्कार में कहा कि वह राष्ट्रीय टीम में जगह नहीं मिलने के बारे में अब लगातार नहीं सोचना चाहते हैं। गिल वेस्टइंडीज ए के खिलाफ भारत ए टीम की ओर से 218 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर रहे थे। गिल ने कहा, मैं तो सीनियर पुरुष टीम में जगह बनाने का इंतजार कर रहा था। मुझे उम्मीद थी कि वेस्टइंडीज दौरे के लिए चयनकर्ता जो टीम घोषित करेंगे उसमें मेरा नाम होगा। कम से कम किसी एक प्रारूप में तो मुझे जगह मिलेगी। मुझे टीम में जगह नहीं मिलना निराशाजनक है लेकिन मैं इसके बारे में सोचकर समय व्यर्थ नहीं करूंगा। मैं रन बनाना जारी रखूंगा और चयनकर्ताओं को अपनी प्रतिभा दिखाता रहूंगा।
उन्होंने अपने खेल में बदलावों का जिक्र करते हुए कहा, अपने पहले वेस्टइंडीज दौरे से मैंने सबसे बड़ा सबक यही सीखा है कि मुझे किसी जगह की परिस्थितियों के अनुसार ही अपना स्वाभाविक खेल खेलना है। अच्छी गेंदों को रोकना और लंबे समय तक क्रीज़ पर टिके रहना जरूरी है। मुश्किल स्थितियों में बल्लेबाजी कर पाना अहम है।